New Delhi/Alive News : अमेरिकी ई-काॅमर्स कंपनी अमेजन(Amazon) के वकीलों पर भारतीय अफसरों को घूस देने का आरोप लगा है. भारतीय अधिकारियों को कथित तौर पर रिश्वत देने के आरोपों के बीच अमेजन का बयान सामने आया है. इसमें कंपनी ने स्पष्ट किया कि वह रिश्वतखोरी के आरोपों को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी.
समाचार एजेंसी ‘द मॉर्निंग कंटेक्स्ट’ की खबर के मुताबिक, अमेजन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है. इस वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि कंपनी ने इस मामले में अपने एक वरिष्ठ कानूनी प्रतिनिधि राहुल सुंदरम को छुट्टी पर भेज दिया है.
जानें कंपनी ने क्या कहा?
समाचार एजेंसी ने इस मामले को लेकर सुंदरम से संपर्क करने की कोशिश भी की है लेकिन उन्होंने बातचीत करने से साफ मना कर दिया. वहीं कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, अमेजन भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकता, इसीलिए इन आरोपों को गंभीरता से लिया गया है. बता दें कि अमेजन व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया कि भारत के वकीलों ने अधिकारियों को रिश्वत दी है. इसके बाद यह मामला सामने आया.
CAIT ने की सीबीआई जांच की मांग
इस मामले को लेकर व्यापारिक संगठन भारतीय व्यापारी महासंघ (CAIT)ने सीबीआई जांच की मांग की है. मामले को लेकर कैट ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को एक खत लिखा है. कैट ने मांग की है इस मामले से जुड़े अधिकारियों के नाम उजागर किए जाएं और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. संगठन ने कहा कि मामले की निष्पक्ष व स्वतंत्र जांच होना चाहिए.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी.भारतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की सीबीआई जांच में उन अधिकारियों की पहचान कर उनके नामों को भी सार्वजनिल करने की मांग की है, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रस्टाचार को समाप्त करने की घोषणा के विपरीत काम करने का दुस्साहस किया है. ऐसे अधिकारी जो इस रिश्वत काण्ड में शामिल हैं को कड़े से कड़ा दंड दिया जाना चाहिए जिससे अन्य अधिकारी ऐसा करने का साहस न कर सकें.