November 17, 2024

प्रदूषण को लेकर प्रदेश सरकार के सभी दावे फेल, सात जिलों का वायु गुणवत्ता सूचकांक पहुंचा बेहद खराब श्रेणी में

Chandigarh/ Alive News सरकार के तमाम दावों और तामझाम नवंबर की शुरुआत से फेल होने लगे है। और हरियाणा में प्रदूषण स्तर बढ़ने लगा है। उधर, सरकार का दावा है कि इस बार प्रदेश में पराली जलाने के मामले कम हुए है, बावजूद इसके पिछले दो दिनों से एनसीआर के सात जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से पार कर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है।

झज्जर के बहादुरगढ़ में 457 और जींद में 434 वायु गुणवत्ता सूचकांक रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा आठ शहरों की स्थिति 300 से अधिक एक्यूआई होने से ज्यादा खराब की श्रेणी में आ गए हैं। बढ़ते प्रदूषण के लिए हरियाणा सरकार के बाद अब पर्यावरण विभाग के अधिकारी भी पंजाब में जल रही पराली को इसका जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

शुक्रवार को हरियाणा में केवल पंचकूला शहर की स्थिति संतोषनजक रही, यहां एक्यूआई 109 दर्ज किया गया और यमुनानगर का आंकड़ा 184 और अंबाला का 194 रहा। अधिक प्रदूषण वाले शहरों में जींद 434 गुरुग्राम 411, हिसार 428, बहादुरगढ़ 457, चरखी दादरी 406, फरीदाबाद 422 और रोहतक में 406 एक्यूआई रहा।

इसी प्रकार, ज्यादा खराब की श्रेणी में भिवानी 390, बल्लभगढ़ 378, फतेहाबाद 390, सोनीपत 383, सिरसा 324, कैथल 358, मानेसर 393 और पानीपत में 341 रहा। इसके अलावा, करनाल में 236 व नारनौल में एक्यूआई 249 दर्ज किया गया।

इन स्थानों पर जलाई पराली
हरियाणा में शुक्रवार को कुल 63 स्थानों पर पराली जलाई गई। इनमें अंबाला में 9, फतेहाबाद 13, हिसार 1, जींद 9, कैथल 14, करनाल 2, पलवल 3, सिरसा 10, यमुनानगर में 2 स्थानों पर पराली जलाई गई। अब तक सीजन में कुल 2440 स्थानों पर पराली जलानी दर्ज की गई है।