Alive News/09 April 2016
फरीदाबाद : डबुआ मंडी फ्रूट एंड वेजीटेबल एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलदीप रत्रा (राजू आढ़ती)ने एक प्रैस वार्ता के माध्यम से कहा कि आढ़त से सरकारी फीस हटने से मंडी में असमाजिक तत्वों का बोलबाला जोरो पर चल रहा है। सरेआम मंडी में दबंगाई से बाहरी लोग सुबह सब्जी बेचते हैं। इतना ही नहीं खुलेआम गुंडा गर्दी से रास्ते में गाड़ी लगाकर सब्जी बेचते है। अगर कोई आढ़ती उनका विरोध करता है तो उसको मंडी से गायब कराने की धमकी देते है।
उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा के व्यापारी मंडी की फीस देने के लिए तैयार है, इससे मार्किट कमेटी का कामकाज बढ़ेगा और सरकार खजाने में पैसा जाएगा जिससे मंडियों के हालात सुधारे जा सकते है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों द्वारा कमेटी को फीस न जाने पर अधिकारी और कर्मचारी मंडियों पर ध्यान नहीं दे रहे है। उन्होंने कहा कि मंडी में आढ़तियों को आने वाली समस्याओं के बारे में वह कई बार अवगत कराते रहे है। लेकिन उस पर अधिकारियों के ओर से कोई संघान नहीं लिया गया।
आढ़ती कुंमरेश त्यागी ने कहा कि सरकार मंडिय़ों पर फीस लगाने की तैयारी कर रही है लेकिन अभी तक लागू न कर पाना सरकार और आढ़तियों के लिए नुकसान दायक साबित हो रहा है। त्यागी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान किसान और व्यापारियों को लुभाने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले यह फीस हटाई गई थी। लेकिन व्यापारियों ने फीस कम करने के लिए 2 प्रतिशत से 1 प्रतिशत कम करने की मांग की थी। लेकिन हुड्डा सरकार ने इस फीस को जड़ से ही खत्म कर दिया जिससे आज व्यापारी परेशान है। उनका कहना है कि वह उचित फीस देने के लिए आज भी तैयार है।