Faridabad/Alive News: फरीदाबाद में 2 संपदा अधिकारियों की नियुक्ति के लिए फीफा संस्था लंबे समय से मांग कर रही है। फीफा संस्था के पदाधिकारियों ने करीब ढाई वर्ष पहले कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा को ज्ञापन सौंपकर जल्दी ही दूसरे नए अधिकारी की नियुक्ति की मांग की थी। तब कैबिनेट मंत्री ने आश्वासन दिया था। लेकिन करीब ढाई वर्ष बीतने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
उधर, फीफा संस्था के अध्यक्ष गुरमीत देओल का कहना है कि सरकार द्वारा दूसरा अधिकारी नियुक्त करना तो बहुत दूर की बात है। पहले से नियुक्त संपदा अधिकारी का चार्ज बढ़ाकर डबल कर दिया गया है। अधिकारी का चार्ज बढ़ने के बाद से संपदा अधिकारी अमित गुलिया कार्यालय में ना के बराबर बैठ रहे है। अधिकारी की अनुपस्थी एचएसवीपी प्लाट धारक के लिए बहुत बड़ी परेशानी का सबब बन गया है। प्लॉट धारकों को अपना काम कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा और मजबूरी वश विभाग में बैठे दलालों का बिजनेस धड़ल्ले से फल फूल रहा है।
प्लॉट धारको से दलाल मुंह मांगी रिश्वत वसूल रहे है। इन सब समस्याओं के बावजूद अब सरकार ने सूरजकुंड मेला का नोडल अधिकारी भी अमित गुलिया संपदा अधिकारी फरीदाबाद एवं भूमि एवं अधिकारी फरीदाबाद को ही लगा दिया है। जिसके कारण वह दिन में आधा घंटा भी कभी-कभी दफ्तर में आते हैं। फाइलों के ढेर लग चुके हैं। प्लॉट धारक काम न होने से लोग परेशान हैं।
हुड्डा दफ्तर के बाहर पहले से 3 गुना ज्यादा गाड़ियां पार्किग में अस्त-व्यस्त खड़ी दिखाई देती हैं। यह सरकार का फेलियर है। अन्यथा आए दिन सुबह से शाम तक हजारों गाड़ियों का पार्किंग में खड़े रहना कहां तक जायज है। लेकिन मजबूरन लोग सुबह से शाम तक इंतजार करते रहते हैं। लेकिन अधिकारी सीट पर नहीं बैठते। हमेशा किसी ना किसी मीटिंग में व्यस्त रहते हैं। इसलिए लोगों को एचएसवीपी के कर्मचारियों के मुंह बोले दलालों के हाथों जेब कटवाने पर मजबूर होना पड़ता है। हम चाहते हैं कि सरकार द्वारा जो एक्सटेंशन फीस माफी के साथ रिहायशी प्रमाण पत्र लेने हेतु आवेदन करने की अवधि 20 फरवरी 2023 तक रखी है उसे 30 जून 2023 तक बढ़ाया जाए और इंडस्ट्रियल प्लाटों को भी इस सुविधा का लाभ मिलना चाहिए।