कॉफी आज के मॉडर्न लोगों की जीवन में एक बहुत ही बड़ा रोल पर कर रही है। अब बिना कॉफी के लोगों की सुबह नहीं होती है। कोई चाय से मानता है तो कोई कॉफी से मानता है। पर क्या आपको पता है कि कॉफी पूरे विश्व की सबसे हाई क्वालिटी की अगर कहीं होती है तो वह भारत में होती है। क्योंकि भारत की कॉफ़ी को धूप की जगह छाया में पाया जाता है और ऐसी शानदार कॉफी केवल और केवल भारत में ही हो उगाई जाती है। भारत की कॉफ़ी को “मानसूनी कॉफी” भी कहा जाता है। भारत में कॉफी का इतिहास बहुत ही ज्यादा पुराना है।
आज से 400 साल से भी ज्यादा पुराना। जब बहुत ही एक प्रसिद्ध संत बाबाबुदन यमन से कुछ खास कॉफी के बीच को कर्नाटक के चंद्र गिरी के पहाड़ों पर लगा दिया था और फिर वही से भारत में कॉफी की खेती शुरू हो गई थी। अब इतनी मशहूर कॉफी है। भारत की पूरे विश्व में तो हमें यह जानना तो जरूरी है कि भारत का वह कौन सा राज्य है जहां पर सबसे ज्यादा कॉफी उगाई जाती है। भारत में सबसे ज्यादा कॉफी दक्षिण के ऊंचे ऊंचे पहाड़ों की तलहटी पर ही लगाया जाता है। यह वह दक्षिण भारत ही है जहां पर सबसे ज्यादा भारत में कॉफी उगाई जाती है और जिसके दम पर भारत पूरे विश्व में अपने यूनिक कॉफी के लिए मशहूर है। कॉफी को उगाने के लिए भारत में 70 से 80% की रिलेटिव ह्यूमिडिटी की आवश्यकता पड़ती है। जो कि दक्षिण भारत में आसानी से मिल जाती है। यही कारण है कि भारत में कॉफी की अच्छी खासी मात्रा उगाई जा पाती है।
भारत में सबसे ज्यादा कॉफी का उत्पादन भारत के राज्य कर्नाटक में होता है। जहां पर सबसे ज्यादा 71% कॉफी का हिस्सा अकेले कर्नाटक योगदान में देता है। कर्नाटक के बाद दूसरे नंबर पर भारत का सबसे शिक्षित राज्य केरल आता है। जोकि कर्नाटक से सटा हुआ है। पश्चिमी घाट के पहाड़ों में बसा हुआ वायनाड जिला केरल में कॉफी की खेती और यही कारण है कि केरल भारत में कॉफी के उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर आता है. जहां पर 21% भारत के कुल कॉफी उत्पादन का हिस्सा होता है। तीसरे नंबर पर भारत में कॉफी के कुल उत्पादन का 5% हिस्सा के साथ तमिलनाडु आता है. जहां कई नीलगिरी और कोडाईकनाल जैसे जिले भारत में कॉफी के उत्पादन को प्रोत्साहित करते हैं।