Faridabad/Alive News: अंग्रेजी हकूमत के खिलाफ सन् 1857 की स्वतंत्रता संग्राम की जंग में अंग्रेजी सेना से लोहा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह की आज पुण्यतिथि है, उन्हें मात्र 32 साल की आयु में आज के ही दिन ब्रिटिश सेना ने धोखे से संधि करने के बहाने चांदनी चौक में बुलाकर फांसी पर लटका दिया था। उनकी शहादत को भारत देश कभी भी भुला नहीं सकता। उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उक्त उद्दगार पूर्व हरियाणा रणजी क्रिकेटर एवं आलोचक संजय भाटिया ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि शहीद राजा नाहर सिंह के नाम पर बनने वाले हरियाणा के एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय किकेट स्टेडियम का पुनर्निर्माण हरियाणा सरकार द्वारा किया जा रहा है और हरियाणा सरकार ने इसको बनवाने का जिम्मा भ्रष्टाचार में लिप्त फरीदाबाद नगर निगम विभाग को दिया है। स्टेडियम निर्माण में देरी होने की वजह से व इसकी कायाकल्प के संशोधन को लेकर नगर निगम ने इसका बजट 99 करोड़ रूपए और बढ़ा दिया है।
गौरतलब रहे कि सन् 2006 के बाद हरियाणा क्रिकेट संघ की घटिया राजनीति के चलते इस स्टेडियम पर जिलास्तर के मैच भी होने बंद हो गए थे। सूबे में पहले दस साल कांग्रेस की सरकार थी और अब आठ सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, लेकिन दोनों सरकारों ने शहीद राजा नाहर सिंह के नाम पर बनने वाले स्टेडियम के साथ न केवल पक्षपात किया बल्कि इसे बनाने का जिम्मा उस विभाग को दे दिया, जिस पर पहले से ही 200 करोड़ से ऊपर के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हुए है। भाटिया ने कहा कि उन्होंने कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री व खेलमंत्री को लिखकर दिया कि स्टेडियम निर्माण को लेकर एक समिति का गठन हो, जिसमें सांसद, मंत्री, विधायक, पार्षद, स्टेडियम निर्माण के टैक्रीकल लोग व कुछ क्रिकेटरों को लिया जाए जो समय-समय पर स्टेडियम पर जो निर्माण कार्य हो रहा है, उसकी वास्तविक रिपोर्ट हरियाणा सरकार को भेजे, परंतु अफसोस अभी तक ऐसा नहीं हुआ।
अगर हरियाणा सरकार इस स्टेडियम के पुर्ननिर्माण को लेकर कोई एक्वायरी गठित करे तो इसमें भी बहुत बड़ा घोटाला होने का अंदेशा है क्योंकि जिस कंपनी को यह ठेका दिया गया है, उसकी टर्नओवर और स्टेडियम बनाने को लेकर उनका तुर्जबा न के बराबर है। इसके अलावा इस 22 एकड़ के विशाल जगह पर क्रिकेट स्टेडियम के अलावा, फुटबाल, हॉकी, बास्केट बाल व एथलेटिक्स गाउंड बनाने को लेकर भी वह जल्द सरकार को लिखेंगे, ताकि शहर के खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए दूर जाने की जरूरत न हो।