Chandigarh/Alive News: शिक्षा विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में बेहतर मॉनिटरिंग के लिए स्कूलों में बनी स्कूल मैनेजमेंट कमेटी में पंच-सरपंच को बतौर सदस्य शामिल करने का फैसला लिया है। शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में सभी जिला शिक्षा व मौलिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं।
अब तक पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि नहीं थे। अब पंचायतों के चुनाव हो चुके हैं और नई पंचायतों का गठन हो चुका है। ऐसे में विभाग ने यह निर्णय लिया है। हालांकि, नियमों के हिसाब से स्कूल मैनेजमेंट कमेटी में उन्हीं लोगों को बतौर सदस्य शामिल किया जा सकता है, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ रहे होते हैं। पंच-सरपंचों पर यह शर्त लागू नहीं होगी। स्कूल मुखिया द्वारा सरपंच को एसएमसी का सदस्य बनाया जाएगा।
स्कूलों में एसएमसी सभी प्रबंधन के कार्य देखती हैं, इसमें बच्चों और अध्यापकों की हाजिरी नियमित करना भी शामिल है। दोपहर भोजन से लेकर निर्माण कार्य, पढ़ाई लिखाई, बोर्ड का रिजल्ट सुधारना, वातावरण, ड्राप आउट बच्चों के दाखिले जैसे महत्वपूर्ण कार्य करती है। स्कूल मुखिया को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे एक जनवरी से 15 जनवरी तक एसएमसी का गठन पूरा करें।