Faridabad/Alive News: बुधवार को मलरेना रोड़ स्थित बालाजी कॉलेज के प्रांगण में ग्रीन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के नए एजुकेशनल इंस्टीट्यूट (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर एजुकेशन एंड रिसर्च) का स्थापना और बालाजी कॉलेज की पंद्रहवीं एलुमिनी मीट धूमधाम से मनाई गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पदमश्री एवं पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारभ किया। मंच संचालन बालाजी कॉलेज के डायरेक्टर डाॅ जगदीश चौधरी ने किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि पर्यावरणविद डॉ. शोभा विजेंदर, यू.एन.एफ.ए के मीडिया सलाहकार दीपक परवतियार, ज्ञानेंद्र रावत, एक सोच साथिया संस्थान दिल्ली के जगदीश सहगल, राकेश गुप्ता, संजय मोंगा, मिशन एक करोड़ के आशीष शर्मा, निर्मल मंडले, कवि सूरज भारतीय पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरितिमा अलीगढ़ के अध्यक्ष सुबोध नंदन शर्मा ने की।
कार्यक्रम के दौरान बीज भाषण भारतीय जल शिक्षण एवम शोध संस्थान के अध्यक्ष डॉ जगदीश चौधरी सहित सभी ने जल नायकों की आवश्यकता और भारतीय उत्कर्ष में उनके महत्व पर चर्चा की।
अनिल जोशी ने कहा कि भारत के सभी पर्यावरण कार्यकर्ताओं को इकट्ठा होकर सांझा संगठन बनाना होगा। एक हाथ से जमीन खोद रहे हैं और दूसरों से मना कर रहे हैं। अब समय है की जमीन पर काम किया जाए
शोभा विजेंदर ने कहा कि दिल्ली के सभी वार्ड में जल शिक्षा का काम किया है अब पूरे देश में बढ़ाना होगा।
भारतीय जल शिक्षण एवम शोध संस्थान, फरीदाबाद के उद्देश्य :
- जल विशेषज्ञों की कमी को पूरा करना।
- जमीनी नेतृत्व तैयार करना जो जल की समझ, प्रशासन से संबंध और जलाशयों के पुनर्जीवन कार्य में दक्ष हों।
- सरकार की जल योजनाओं का किर्यांवयन हेतु जल नेतृत्व तैयार करना।
- कागजी ज्ञान से क्षेत्रीय ज्ञान तक ले जाना।
- भारतीय पारंपरिक ज्ञान को पुनर्स्थापित करना।
- हर ग्राम और वार्ड तक जल कार्यकर्ताओं का कार्य बढ़ाना।