Faridabad/Alive News: बुधवार की सुबह घर से स्कूल के लिए निकले करीब पांच दर्जन नौनिहालों की जिदंगी खतरे में पड़ गई। जब अरावली इंटरनेशनल स्कूल की बस सैक्टर 43 में डिवाइडर से टकराती हुई चौराहे को पार करती हुई कार में जा टकराई। गनीमत रही कि इस हादसे में बच्चे बाल बाल बच गए।
वहीं मौके पर मौजूद प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि बस चालक नशे में धूत होकर बस चला रहा था। बस में नर्सरी, एलकेजी और पहली कक्षा के करीब 50- 60 नौनिहालो के साथ एक शिक्षिका भी सवार थी। अरावली स्कूल की बस सुबह बच्चों को सेक्टर 48 से लेकर स्कूल जा रही है। उसी दौरान बस चालक नियंत्रण खो बैठा और बस डिवाइडर से टकराती हुई कार में जा लड़ी, लेकिन किसी बच्चे को कोई चोट नहीं पहुंची है। बच्चों को दूसरी बस से स्कूल भेज दिया गया है।
बस एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अभिभावक
सैक्टर 48 में स्कूल बस के एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही बच्चों के अभिभावक मौके पर पहुंच गए और स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर रोष व्यक्त किया। अभिभावकों ने बताया कि बस चालक ने काफी ड्रिंक की हुई थी। यह बात बस में सवार शिक्षक और कंडक्टर को भी पता थी। इसके बाद भी उन्होंने बस चालक को नहीं बदला और बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ करने के लिए छोड़ दिया।
5 से 6 हजार रुपए भरते हैं स्कूल ट्रांसपोर्ट का खर्चा
घटना के बाद मौके पर पहुंचे अभिभावकों ने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट हर साल लोगों से 5 से 6 हजार रूपये ट्रांसपोर्ट का खर्चा लेता है। उसके बाद भी स्कूल बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। जो माफी के लायक नही है। इसके अलावा अभिभावकों ने स्कूल बस ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की भी चेतावनी दी।
क्या कहना है अभिभावकों का
सुबह स्कूल बस बच्चों को लेने के लिए घर आई थी और यहां से लेकर बच्चों को वापस स्कूल लौट रही थी। उसी समय बस डिवाइडर से टकरा गई और अनियंत्रित होकर आगे कार में जा लड़ी। बस ड्राइवर ने नशा कर रखा था। बस में 50- 60 नौनिहाल सवार थे। बस का एक्सीडेंट होने पर बच्चे काफी सहमे हुए थे। स्कूल मैनेजमेंट की लापरवाही माफी के काबिल नही है।
-दीपक, अभिभावक
अगर आज बच्चों को कुछ हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता। बस में सवार शिक्षिका और कंडक्टर को पहले से पता था कि ड्राइवर ने नशा कर रखा है उसके बावजूद भी उन्होंने ड्राइवर नहीं बदला और बच्चों के जान के साथ खिलवाड़ करने दिया। हम इसके खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाएंगे।
–राजीव, अभिभावक