Faridabad/Alive News : दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक पीसी मीणा ने बताया कि गत 5 वर्षों में 706.82 करोड़ रुपए की बिजली चोरी पकड़ी गई है। बिजली चोरी कर रहे उपभोक्ताओं द्वारा जुर्माने के 378.33 करोड़ रुपए जमा किए जा चुके है। इस अभियान से बिजली निगम के टेक्निकल एवं डिस्ट्रीब्यूशन लॉस कम करने में सहायता मिली है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में चल रहे वित्त वर्ष 2022-23 में गत माह तक 51.21 करोड़ रुपए की बिजली चोरी पकड़ी गई है और 31.22 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। इस वर्ष बिजली निगम की संयुक्त जांच टीम द्वारा 61649 उपभोक्ताओं के मीटर को चेक किया गया है जिसमें से 13242 बिजली उपभोक्ता चोरी करते हुए पकड़े गए। इनके खिलाफ 12841 एफआईआर दर्ज करवाई गई हैं।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने वितरण प्रणाली में तकनीकी सुधार कर और चोरी का पता लगाकर तकनीकी और वितरण हानियों को काफी कम किया है। निगम टी एंड डी घाटे को रोकने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपना रहे है। मौजूदा वितरण नेटवर्क का तकनीकी संवर्धन, तकनीकी नुकसान को कम करने के लिए एचटी से एलटी अनुपात बढ़ाना और एचटी लाइनों को बढ़ाकर चोरी को रोकना है।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि गत वर्ष 2021-22 में 156.65 करोड़ रुपए की बिजली चोरी पकड़ी गई और 78.70 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला गया है। इस वर्ष बिजली निगम की संयुक्त टीम द्वारा 181078 उपभोक्ताओं के मीटर को चेक किया गया जिसमें से 45470 बिजली उपभोक्ता चोरी करते हुए पकड़े गए। इनके खिलाफ 42501 एफआईआर दर्ज करवाई गई हैं।
विगत वर्ष 2020-21 में 163.66 करोड़ की बिजली चोरी पकड़ी जा चुकी है और 85.83 करोड़ का जुर्माना वसूला गया है। इस वर्ष बिजली निगम की संयुक्त टीम द्वारा 146645 उपभोक्ताओं के मीटर को चेक किया गया जिसमें से 48791 बिजली उपभोक्ता चोरी करते हुए पकड़े गए। इनके खिलाफ 43716 एफआईआर दर्ज करवाई गई हैं।
कोई भी व्यक्ति यदि किसी को बिजली चोरी करते हुए देखता है तो वह बिजली निगम के टोल फ्री नंबर 18001801011 पर या व्हाट्सएप नंबर 7027008325 अथवा ईमेल से hookacrook4dhbvn@dhbvn.org.in या theftinformer@dhbvn.org.in पर दे सकता है और बिजली चोरी रोकने में अपना योगदान दे सकता है।