January 24, 2025

बाल श्रम को समाप्त करने के लिए चलाया जागरुकता

Faridabad/Alive News : गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी तीन की जूनियर रेडक्रॉस और प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर ऑनलाइन कार्यक्रम में बाल श्रम समाप्त करने का आह्वान किया गया। जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि बाल मजदूरी के प्रति विरोध एवं जगरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर वर्ष 12 जून को बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने जागरूकता पैदा करने के लिए 2002 में विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत की। संगठन के अनुमान के अनुसार विश्व में 21 करोड़ 80 लाख बालश्रमिक हैं जब कि एक आकलन के अनुसार भारत में ये संख्या 1 करोड 26 लाख 66 हजार 377 है। वर्ष 2022 का बाल श्रम निषेध दिवस का थीम यूनिवर्सल सोशल प्रोटेक्शन टू एंड चाइल्ड लेबर अर्थात बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण इस दिन इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन अपने घटकों और भागीदारों के साथ, सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों और योजनाओं में निवेश बढ़ाने का आह्वान कर रहा है ताकि ठोस सामाजिक सुरक्षा की नींव तैयार की जा सकें और बच्चों को बाल श्रम से बचाया जा सके।

बालश्रम निषेध व नियमन कानून 1986 में प्रावधान है कि इस कानून के अनुसार 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के जीवन और स्वास्थ्य के लिए अहितकर 13 व्यवसाय और 57 प्रक्रियाओं में नियोजन को निषिद्ध बनाया गया है। ये सभी व्यवसाय और प्रक्रियाएं कानून की सूची में दिए गए हैं। धारा 39 एफ के अनुसार बच्चों को स्वस्थ, स्वतंत्र व सम्मानजनक स्थिति में विकास के अवसर व सुविधाएं दी जाएं और बचपन व युवावस्था के नैतिक व भौतिक दुरूपयोग से बचाया जाए।