December 25, 2024

चारधामः अब नहीं होगी बेतहाशा भीड़, प्रतिदिन इतने श्रद्धालु करेंगे दर्शन, 45 दिन के लिए बना सिस्टम

New Delhi/Alive News: चारधाम यात्रा 3 मई से शुरू होने जा रही है। यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से तैयार है। चारधाम यात्रा के दौरान अब बेहताशा भीड़ नहीं लगेगी। प्रदेश सरकार ने चार धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों की दैनिक सीमा तय की है। बद्रीनाथ में प्रतिदिन 15,000, केदारनाथ में 12,000, गंगोत्री में 7,000 और यमुनोत्री में 4,000 तीर्थयात्रियों की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था 45 दिनों के लिए की गई है। कोरोना महामारी शुरू होने के करीब दो साल बाद चारधाम यात्रा को लेकर लोगों के बीच भारी उत्साह देखा जा रहा है। इस बार भारी संख्या में लोगों के केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में पहुंचने की संभावना है।

3 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत
आगामी तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरुआत हो जाएगी। चारधाम यात्रा 2022 कपाट खुलने हेतु देव डोलियों का धामों के लिए प्रस्थान कार्यक्रम तय है। जानकारी के मुताबिक केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई शुक्रवार के दिन सुबह 6.15 पर खुलेंगे। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के प्रस्थान का कार्यक्रम के अंतर्गत भैरव पूजा की तिथि 1 मई रविवार को है।

भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली धाम प्रस्थान‌ 2 मई सोमवार सुबह 9 बजे होगा। 2 मई प्रथम पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी प्रवास रहेगा। 3 मई मंगलवार गुप्तकाशी से 8 बजे सुबह फाटा प्रस्थान और प्रवास रहेगा। 4 मई बुधवार फाटा से सुबह 8 बजे गौरामाई मंदिर गौरीकुंड प्रस्थान और प्रवास गौरीकुंड रहेगा। 5 मई गुरुवार गौरीकुंड से प्रात: 6 बजे भगवान की पंचमुखी डोली गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी। 6 मई शुक्रवार सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलेंगे।

बद्रीनाथ धाम कपाट 8 मई रविवार समय 6 बजकर 25 मिनट पर खुले़गे। बद्री विशाल देवडोली प्रस्थान कार्यक्रम के तहत 6 मई शुक्रवार सुबह 9 बजे नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी और तेलकलश गाडू घड़ा सहित ब्रद्रीनाथ धाम के रावल योगध्यान बदरी प्रस्थान एवं प्रवास पांडुकेश्वर रहेगा। 7 मई शनिवार सुबह योग बद्री पांडुकेश्वर से आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, रावल सहित देवताओं के खजांची कुबेर और भगवान के सखा उद्धव, घड़ा तेल कलश बद्रीनाथ धाम को पांडुकेश्वर से सुबह 9 बजे श्री बद्रीनाथ धाम को प्रस्थान करेंगे और बद्रीनाथ धाम पहुंचेंगे।