Faridabad/Alive News: रेलवे ने शनिवार को न्यू टाउन रेलवे स्टेशन के पास बसे संजय नगर में तोड़फोड़ की। संजय नगर में लोग लगभग साठ साल से रह रहे थे और नगर निगम ने यहां सीवरेज, पानी की सप्लाई तथा बिजली बाेर्ड ने बिजली कनेक्शन भी दिया था। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रेलवे द्वार आज एक बार फिर संजय नगर में तोड़फोड़ की गई। ऐसे में लोगों ने सरकार से पुनर्वास की मांग की।
आपको बता दें कि न्यूटाउन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के ठीक बगल में रेलवे की जमीन है। लगभग साठ साल से रेल अधिकारियों की लापरवाही से यहां अवैध निर्माण हाेते गए। यहां करीब 16 हजार स्क्वायर मीटर जमीन पर कब्जा था। इसके पहले बीते वर्ष नवंबर महीने में अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की गई थी।
आज एक बार फिर यहां तोड़फोड़ की गई। जमीन को खाली कराने के लिए फरीदाबाद के अलावा अंबाला, करनाल, हिसार , रोहतक व अन्य जिलों से अतिरिक्त जीआरपी बुलाई गई ताकि तोड़फोड़ के दौरान कहीं किसी तरह का उपद्रव न हो जाए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्टे हटाने के बाद मकानों को धराशाई किया गया। अपने सपनों के आशियाने को टूटता देख बेबस लोगों ने सरकार से पुनर्वास की मांग की।
क्या कहना है लोगों का
अभी मेरा पोता एक महीने का भी नहीं है और बहु बीमार है मेरा पति भी नहीं है। अकेला बेटा फैक्ट्री में काम करता है। उसकी कमाई से घर मुश्किल से चलता था अब कमरे का किराया कहां से देंगे। सरकार ने हमें मरने के लिए छोड़ दिया।
कैलाशी देवी, संजय नगर निवासी।
मेरे बच्चे को लकवे की शिकायत है। कबाड़ा चुनकर उससे जो पैसे मिलते है उससे अपने बच्चे का इलाज करा रही थी। डॉक्टर ने ठंड से बचाने के लिए कहा है। अब तो घर भी नहीं रहा क्या करें कहां जाए कुछ भी समझ नही आ रहा। सरकार को गरीबी मिटाने के लिए चुना था पर ये सरकार तो हम गरीबों को ही मिटा रही है।
रेखा, संजय नगर निवासी।
उस टाइम सरकार कहां थी जब हमें भू माफियाओं ने ये जमीन बेची थी। उस समय रेलवे प्रशासन नींद में सोया था और आज अपनी जमीन याद आई है। अगर जमीन अवैध है तो बिजली और पानी के कनेक्शन क्यों दिए और हमारा वोट वैध कैसे हो सकता है।
श्यामलाल, संजय नगर निवासी।
मैं यहां साठ साल से रह रहा हूं। मेरा वोटर कार्ड भी बना है और हर बार वोट भी देता हूं और समझ नहीं आ रहा ऐसे में जमीन अवैध कैसे हो सकती है। हाथ जोड़कर सरकार से विनती है हमें रहने के लिए छत दें। ऐसी सर्दी में मरने के लिए न छोड़ें।
श्याम कुमार संजय नगर निवासी।