Faridabad/Alive News: सूचना के आधार पर स्वास्थ्य विभाग फरीदाबाद और झज्जर की संयुक्त टीम ने सेक्ट-8 फरीदाबाद स्थित क्लिनिक पर भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़ किया। इस रैकेट को मां और बेटे एक साथ मिल कर चलाते थे। पुलिस ने केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि तीसरा आरोपी आकाश मौके से फरार हो गया।
जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग झज्जर के सीएमओ को सूचना मिली थी कि झज्जर की महिलाओं को फरीदाबाद ले जाकर कुछ दलाल गैरकानूनी भ्रूण लिंग जांच का धंधा चला रहे हैं। झज्जर सीएमओ डॉ. रणवीर सिंह ने फरीदाबाद सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता से सूचना को साझा करके एक टीम का गठन किया गया।
टीम ने दलाल आकाश भडाना से संपर्क किया। आरोपी ने जांच करवाने के लिए 45 हजार रुपये मांगे और गर्भवती महिला को 13 दिसंबर को बाटा चौक मेट्रो स्टेशन पर सुबह 11 बजे बुलाया। इसके बाद एक नकली ग्राहक को तैयार किया। जो चार महीने की गर्भवती थी। टीम के द्वारा दिए गए 45 हजार रुपये लेकर नकली ग्राहक झज्जर से फरीदाबाद के लिए रवाना हो गई।
सुबह 11 बजे आकाश महिला से मिला और सेक्टर-8 मार्केट ले गया। आरोपी ने उसको निर्मला देवी और सुमित से मिलवाया। सुमित और निर्मला महिला को गाड़ी में बैठाकर सेक्टर-8 क्लिनिक पर लेकर पहुंचे। ग्राहक ने 45 हजार रुपये सुमित को दे दिए।
थोड़ी देर बाद उसकी जांच की गई। इसके बाद ग्राहक ने हाथ हिलाकर टीम को इशारा किया। इशारा मिलते ही पीएनडीटी टीम ने निर्मला और उसके बेटे सुमित को पकड़ लिया। टीम ने उनसे रुपये की रिकवरी भी कर ली है। जबकि आकाश फरार हो गया। थाना सेक्टर-7 पुलिस ने आकाश भड़ाना, सुमित और निर्मला के खिलाफ अवैध रुप से भ्रूण लिंग जांच का केस दर्ज कर लिया है।