Faridabad/Alive News: ग्रामीण अंचल के व्यक्ति के सुझाव और शिकायतों को सीधे सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम दर्शन पोर्टल की शुरुआत की गई है। इस पोर्टल से जिला की 166 ग्राम पंचायतों को जोड़ा जा चुका है। जिला के गांवों में रह रहे लोगों को अगर विकास कार्यों से जुड़ी कोई शिकायत है या फिर कोई सुझाव देना है तो उन्हें अब सरकारी कार्यालयो में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। अब वे यह काम घर बैठे ही अपने लैपटॉप या मोबाइल के माध्यम से कर सकते हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीणों की विकास कार्यों में सीधी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इस पोर्टल के माध्यम से ग्रामीणों से मिलने वाले सुझावों के आधार पर भविष्य की विकास योजनाओं का खाका तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिकायतों की डबलिंग न हो इसके लिए पोर्टल को सीएम विंडो के साथ लिंक किया जा रहा है।
पोर्टल का ऐसे करें इस्तेमाल
जिला के ग्रामीण क्षेत्र का कोई भी स्थाई निवासी पोर्टल पर अपनी शिकायत या सुझाव दर्ज कर सकता है। पोर्टल पर उपर्युक्त सेवाओ का लाभ लेने के लिए संबंधित व्यक्ति के पास परिवार पहचान पत्र का होना अनिवार्य है। इसके बिना पोर्टल पर लॉगिन की प्रक्रिया संभव नही है। पोर्टल पर एंट्री के उपरांत मुख्य पेज खुलेगा जिस पर व्यक्ति को अपने जिला का चुनाव करने उपरांत अपने खंड व गांव का चुनाव करना होगा।
चुनाव करने के बाद व्यक्ति को अपनी परिवार पहचान पत्र संख्या दर्ज करनी होगी। पहचान दर्ज करने के बाद पोर्टल पर संबंधित फैमिली आईडी के सभी नाम दिखाई देंगे। जिसमे से व्यक्ति को अपने नाम पर क्लिक करना होगा। इसके बाद फैमिली आईडी पर जो मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड है उस पर ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी संख्या दर्ज करने के उपरांत पोर्टल पर विकास कार्य हेतु मांग, सरकारी योजना हेतु मांग और शिकायत दर्ज करने हेतु ये तीन लिंक दर्शाए गए है।
शिकायतकर्ता या सुझावकर्ता को इन तीन विकल्पों में से एक का चुनाव करना है। चुनाव के बाद व्यक्ति को जिस विभाग से संबंधित काम है उस पर क्लिक करना होगा। यदि शिकायत या सुझाव के लिए व्यक्ति को पोर्टल पर अपना फोटो अपलोड करना होगा। अपलोड करने वाले फ़ोटो का साइज 1 एमबी से कम होना चाहिए।
पोर्टल पर आवेदक न्यूनतम 50 अक्षरों में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। आवेदक को ग्राम दर्शन पोर्टल पर 50 अक्षरों में अपनी बात कहनी होगी। पोर्टल पर सुझाव या शिकायत दर्ज करते ही एक आइडी जनरेट होगी जो आवेदक को एसएमएस के माध्यम से मिलेगी। इसके साथ ही आवेदक को समय-समय पर कार्रवाई की अपडेट एसएमएस के जरिये मिलती रहेगी।
जनप्रतिनिधियों को दिखाई देंगे ग्रामीणों के सुझाव व शिकायत
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा दिया गया सुझाव और मांग सीधे सरपंच,पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, विधायक और सांसद को दिखाई देंगे। सभी जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकार क्षेत्र के ही सुझाव डैशबोर्ड पर दिखाई देंगे, जिन्हें संबंधित जनप्रतिनिधि संस्तुति के साथ आगे बढ़ा सकेंगे।