Faridabad/Alive News : लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा नगर निगम अब प्रॉपर्टी टैक्स के साथ साथ अब सीवर-पानी कनेक्शनों पर भी ध्यान दे रहा है। निगम प्रॉपर्टी टैक्स ना भरने वाले इकाईयों को सील करने के साथ अवैध पानी-सीवर कनेक्शन को भी काट रहा है। हालांकि, निगमायुक्त ने प्लंबरों की मदद लेकर कनेक्शन को नियमित करने के भी आदेश जारी किए है।
निगम आयुक्त यशपाल यादव ने इंजीनियरिंग ब्रांच अधिकारियों की मीटिंग के दौरान प्लंबरों को पानी- सीवर कनेक्शन को लेकर काम करने को कहा। इसके अलावा इस कार्य मे प्लंबर एसडीओ की सहायता से लोगों के अवैध पानी-सीवर कनेक्शन को वैध करने के अलावा ऑनलाइन फीड करने के भी निर्देश दिए है। फरीदाबाद में आबादी 22 लाख से ज्यादा है। यहां पर अवैध पानी-सीवर के कनेक्शनों की भरमार है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में रजिस्टर्ड पानी-सीवर के कनेक्शनों की संख्या 2 लाख 45 हजार के करीब है। इससे निगम को सालाना करीब 10 करोड़ रुपये राजस्व मिलता है। इसके अलावा करीब डेढ़ लाख अवैध कनेक्शन है। नगर निगम के पास इस वक्त 30 से भी ज्यादा मान्यता प्राप्त प्लंबर है। निगम ने इसके लिए रेट तय किए हुए हैं। इसमें 100 वर्गगज प्लाट के लिए पानी के कनेक्शन के लिए 1500 रुपये, सीवर के लिए 2000 रुपये देने पड़ेंगे। इसी प्रकार 250 वर्गगज प्लॉट दोनों मिलाकर 5000 रुपये है। 500 वर्ग गज प्लॉट साइज के लिए दोनों को मिलाकर 14000 रुपये देने होंगे।