November 24, 2024

फिर गहराया पार्किंग का मुद्दा, पाली गांव के लोगों ने दी पुलिस को शिकायत

Faridabad/Alive News : पाली गांव की मल्कियत में अरावली वन क्षेत्र में चौकी के नजदीक एक पूर्व ईटीओ अधिकारी खुशाल सिंह द्वारा प्रशासनिक मिलीभगत के चलते बनाई जा रही पार्किंग को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस को शिकायत दी। ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में जमीन से सम्बंधित कागजात भी पेश किए, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि जिस भूमि पर खुशाल सिंह पार्किंग बनाना चाहता है, वह गांव पाली की मल्कियत है। अरावली वन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली इस जमीन को लेकर गांव पाली एवं नगर निगम का हाईकोर्ट में केस चल रहा है। ऐसे में यहां पर पार्किंग बनाना गैर कानूनी और पूरी तरह से अनुचित है।

ग्रामीण किसी भी हालत में यहां पर पार्किंग नहीं बनने देंगे। पूर्व में फरीदाबाद में ईटीओ के पद पर रहे खुशाल सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से रैडक्रास से पर्ची कटवाकर गांव पाली में पाली चौकी के पास अवैध पार्किंग बनाने का ठेका ले लिया है और बदमाशों की शह पर यहां पर काम करने का प्रयास किया जा रहा है। इस पार्किंग के खिलाफ पाली गांव के तमाम ग्रामीण पहले भी एकत्रित हो चुके हैं और पूर्व में ईटीओ अधिकारी रहे एवं पार्किंग का ठेका लेने वाले खुशाल मलिक के खिलाफ नारेबाजी व विरोध भी प्रकट कर चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि अपनी राजनीति एवं प्रशासनिक सांठगांठ का फायदा उठाकर खुशाल मलिक यहां पार्किंग बनाना चाहता है। पाली क्रेशर जोन के प्रधान धर्मबीर भड़ाना ने कहा कि जब गांव पाली व नगर नगम विभाग का हाईकोर्ट में केस चल रहा है। ऐसे में प्रशासन किस प्रकार इस जमीन को पार्किंग के लिए अलॉट कर सकता है।

सभी गांव के लोग इसके खिलाफ धरने पर बैठेंगे और किसी भी कीमत पर यहां पार्किंग नहीं बनने दी जाएगी। इसके खिलाफ पुलिस को शिकायत की गई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जंगल को जंगल ही रहने के आदेशों की प्रशासन अनुपालना करवा रहा है और वन क्षेत्र में तोडफ़ोड़ कर रहा है। वहीं, दूसरी तरफ ऐसे किसी प्राइवेट आदमी को ठेका देकर पहाड़ में पार्किंग बनाई जा रही है। जिसके नाम पर जंगल को उजाडने का प्रयास किया जा रहा है, पेड़ों की कटाई की जा रही है। जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस अवसर पर गांव पाली के रघबर प्रधान, श्यामबीर, विनोद, संजय प्रधान, देशराज, प्रकाश पंडित, होशियार, देशराज, जग्गी भड़ाना, महेन्द्र, अशोक, राजवीर भड़ाना, रज्जू, राकेश भगतजी एव कवि भड़ाना आदि मौजूद रहे।