Faridabad Alive/News: अरावली वन क्षेत्र में करीब 50 साल से अवैध रूप से बसी महालक्ष्मी डेरा कॉलोनी को नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने शनिवार को पूरी तरह साफ कर दिया। जानकारी के मुताबिक आठ एकड़ में करीब चार सौ मकान बने हुए थे। महालक्ष्मी डेरा में तोड़फोड़ की कार्रवाई सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक चली। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रहे।
आपको बता दे कि महालक्ष्मी डेरा में बने अवैध निर्माण को ढहाने के लिए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर रखी थी। ग्रीन फील्ड से गुरुकुल की तरफ जाने वाले रास्ते पर भारी पुलिस बल तैनात था। इसके अलावा महालक्ष्मी डेरा की तरफ आने वाले बाकी रास्तों पर पुलिस के जवान तैनात थे ताकि तोड़फोड़ की कार्रवाई के वक्त बाहरी व्यक्ति कोई अंदर प्रवेश न कर पाए।
महालक्ष्मी डेरा को बसे हुए करीब 50 साल हो गए है।लेकिन यहां लोगों के मकान आज भी बहुत बढ़िया नहीं थे। लोगों ने 20 से 30 गज में एक से दो कमरे बनाए हुए थे। किसी ने मिट्टी से चिनाई की हुई थी तो कुछ ने सीमेंट-रेत के मिश्रण से चिनाई की हुई थी। मकानों की छत पर टुकड़ी और टीन थी। कुछ मकान खदानों की वजह से पहाडी पर भी बने हुए थे।
नगर निगम ने महालक्ष्मी कॉलोनी में तोड़फोड़ पाकलेन मशीन का इस्तेमाल किया गया। अरावली वन क्षेत्र में बने अवैध फार्म हाउसों को तोड़ने की कार्रवाई वन विभाग ने शनिवार को भी नहीं की। जबकि खोरी गांव के बाद नगर निगम ने अपनी जमीन को खाली करवाने के लिए फिर से कार्रवाई शुरू कर दी है। नगर निगम के तोडफोड दस्ते ने महालक्ष्मी डेरा को साफ करने के रूप में अतिक्रमण हटाने के दूसरे अभियान का आगाज दिया।
गौरतलब है कि नगर निगम ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अवैध खोरी गांव के बाद महालक्ष्मी डेरा को साफ किया है, उसी आदेश पर वन विभाग को अरावली में अवैध रूप से बने फार्म हाउसों को तोडना है। वन विभाग की टीम अभी तक सिर्फ नौ अवैध फार्म ही तोड पाया है। जबकि संबंधित विभाग ने अरावली के करीब 130 अवैध फार्म हाउसों को नोटिस जारी कर चुका है। गौरतलब है कि इस मामले की अगली सुनवाई छह सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में होनी है।
इन पांच बस्तियों को तोड़ने की तैयारी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नगर निगम प्रशासन अरावली के वन क्षेत्र में बसी सैनिक कालोनी के सामने गुरुग्राम मोड के दोनों तरफ बसी जमाई कालोनी, ग्रीन फील्ड इलाके गुरुकुल, लकडपुर, शिव दुर्गा विहार और क्रशर जोन इलाके में नगर निगम की जमीन पर बसी अवैध बस्तियों को तोडने की तैयारी की है। इनमें करीब चार हजार मकान हैं और हजारों की आबादी है। अब बाकी बस्तियों में कभी भी कार्रवाई हो सकती है।