Chandigarh/Alive News : रोहतक के विजय नगर में छह दिन पहले परिवार के चार लोगों की हत्या मामले में प्रॉपर्टी डीलर बबलू पहलवान के बेटे 20 वर्षीय अभिषेक उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया गया है। बता दें, कि पिता प्रदीप मलिक उर्फ बबलू पहलवान (45), मां बबली (40) व घर आई नानी रोशनी (60) निवासी सांपला व बहन 19 वर्षीय नेहा उर्फ तमन्ना के सिर में गोली मारी गई थी। आरोपी हत्या करने के बाद होटल में अपने दोस्त के पास पहुंचा और वहां से खाना खाने ढाबे पर चला गया।
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने वारदात के पीछे प्रॉपर्टी विवाद भी एक वजह बताई है। शक के दायरे में आए लोगों में प्रॉपर्टी डीलर का 20 वर्षीय बेटा अभिषेक उर्फ मोनू भी था। उससे सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि वह अपने पिता से नाराज चल रहा था। साथ ही वित्तीय वजह भी सामने आई है। परिवार के चार लोगों को गोली मारकर आरोपी ने दरवाजे बंद कर दिया। इसके बाद लॉक लगाकर होटल में अपने दोस्त के पास चला गया। वहां से ढाबे पर खाना खाने गए लेकिन जांच में पता चला कि होटल में अभिषेक ने खाना नहीं खाया। इसके बाद घर के बाहर आकर उसने अपने मामा को फोन किया और बताया कि घर वाले फोन नहीं उठा रहे हैं। साथ ही छत के रास्ते मकान के ऊपर पहुंचा। शोर सुनकर आसपास के लोग भी आ गए।
जानकारी के मुताबिक आरोपी अभिषेक को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। शक के दायरे में परिवार के कई और भी सदस्य व आरोपी के दोस्त हैं। पुलिस जल्द से जल्द सनसनीखेज हत्याकांड की जांच पूरी कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की अदालत से मांग करेगी।
बता दें, कि फरवरी माह में जाट कॉलेज अखाड़े में भी पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी। उसमें भी अखाड़े का कोच सुखविंद्र गिरफ्तार किया हुआ था। अब विजय नगर में चार लोगों की हत्या के मामले में प्रॉपर्टी डीलर का बेटा ही गिरफ्तार हुआ है।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को सांपला निवासी प्रवीण ने शिकायत में बताया था कि उसकी बड़ी बहन सन्तोष उर्फ बबली की करीब 21 वर्ष पहले प्रदीप उर्फ बबलू निवासी विजयनगर के साथ शादी हुई थी। उसका जीजा प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर काम करता था। बहन का बेटा अभिषेक (20) व बेटी नेहा (19) है। दोपहर करीब 2 बजकर 19 मिनट पर वह प्रॉपर्टी डीलर कार्यालय के बाहर बैठा था। तभी भांजे अभिषेक का फोन आया। उसने कहा कि घर का दरवाजा बंद है।
मम्मी व पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। न ही दरवाजा खोल रहे हैं। प्रवीण ने अभिषेक को कहा कि पड़ोस से किसी को बुलाकर गेट खुलवा लीजिए, वह जल्दी आ रहा है। प्रवीण का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचा तो एक मंजिला मकान के बाहर भीड़ जमा थी। नीचे वाले कमरे में जीजा प्रदीप उर्फ बबलू का शव चारपाई पर पड़ा था। सिर व मुंह से खून निकला हुआ था। साथ ही माथे पर गोली मारी गई थी। ऊपर गया तो कमरे में मां रोशनी देवी व बहन बबली का शव फर्श पर पड़ा था।
काफी मात्रा में खून बहकर बाहर दरवाजे तक आया हुआ था। पता चला कि भांजी नेहा को आस पड़ोस के लोग पीजीआई ले गए हैं। प्रवीण ने पुलिस को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने रंजिश रखते हुए उसके जीजा प्रदीप, बहन बबली व मां रोशनी की हत्या की है। जबकि भांजी की हत्या प्रयास किया गया है। बाद में नेहा ने भी दम तोड़ दिया था। पुलिस को जांच में घर के अंदर से 32 बोर की गोली के पांच खोल मिले हैं। इसमें बबलू, बबली, रोशनी व नेहा के सिर में गोली मारी गई थी।