महिलाओं को शारीरिक तौर पर कई तरह की परेशानियां का सामना करना पड़ता है. कई बार वह कई तरह की दिक्कतों को नजरअंदाज कर देती हैं, जैसे कि अगर वह प्राइवेट पार्ट से जुड़ी किसी समस्या का सामना कर रही हैं तो वह शर्म या असहजता के कारण उसके बारे में बात नहीं कर पाती और समय पर उसका ट्रीटमेंट नहीं ले पाती हैं, जिसकी वजह से आगे चल कर वो समस्या उनकी मुश्किलें और बढ़ा देती है. हम बात करेंगे वजाइनल इन्फेक्शन की, जिसे वजाइनल कैंडिडिआसिस या यीस्ट संक्रमण भी कहा जाता है. यह न केवल जलन, डिस्चार्ज और खुजली पैदा करता है बल्कि आपको असहज भी महसूस करा सकता है. आइए, जानते हैं यह किन कारणों से होता है और इसके लक्षण क्या हैं.
संक्रमण के सामान्य लक्षण
आपको बता दें कि यीस्ट संक्रमण की वजह से जलन, खुजली और डिसचार्ज की समस्या होने लगती है.
इस इन्फेक्शन के कारण जलन, शारीरिक संबंध बनाते समय या पेशाब करते समय भी जलन महसूस हो सकती है.
गाढ़ा, सफेद, गंध रहित डिसचार्ज होना.
गंभीर योनि संक्रमण के लक्षण
योनि में सूजन और रेडनेस होना
वजाइना में खुजली होना और उसकी वजह से घाव हो जाना.
आपको एक साल में चार या उससे अधिक बार यीस्ट संक्रमण होता है तो यह समस्या गंभीर है.
योनि में दर्द होना या प्राइवेट पार्ट पर लाल चकत्ते पड़ जाना.
किन कारणों से हो सकता है यीस्ट इन्फेक्शन?
गर्भवस्था
अनियंत्रित मधुमेह
कुछ दवाओं या एचआईवी संक्रमण के कारण इम्यूनिटी कमजोर हो जाना
गीले या पसीने वाले अंडरवीयर पहनना
स्ट्रेस
गंदे पब्लिक टॉयलेट या गंदे वाशरूम का इस्तेमाल
पीरियड्स के दौरान योनि की साफ-सफाई का ध्यान न रखना।
आपको बता दें कि यीस्ट संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सुथरा रहना बहुत जरूरी है. साथ ही तनाव मुक्त रहना, खूब सारा पानी पीना, खाने-पीने का ध्यान रखना और साफ कपड़े पहनने की भी सलाह दी जाती है. जानकारी के मुताबिक 4 में से 3 महिलाएं अपने जीवनकाल में इसका अनुभव करती हैं. आपको बता दें कि इस संक्रमण को सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन नहीं माना जाता है. डाक्टरों से मुताबिक यीस्ट संक्रमण को दवाइयों की मदद से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर एक साल के भीतर चार या उससे अधिक बार यह इन्फेक्शन हो तो आपको लंबे समय तक इसका ट्रीटमेंट कराना पड़ सकता है.