November 25, 2024

आज है वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे, जानें इस साल की थीम और इतिहास

विश्व में हेपेटाइटिस बीमारी के बारे में जागरूकता लाने के लिए हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस (WHD) मनाया जाता है। एक शोध के मुताबिक दुनिया में 29 करोड़ लोग हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं, लेकिन तमाम लोग इससे अनजान हैं। इस तरह इसके बारे में जाने बिना और इलाज कराए बिना कितने लोग अपना जीवन खो देते हैं।

हेपेटाइटिस के प्रकार
हेपेटाइटिस में अक्सर लीवर में सूजन होती है। हेपेटाइटिस का इलाज इस पर निर्भर करता है कि संक्रमण कितना पुराना और फैला हुआ है। इसे एक्यूट और क्रोनिक हेपेटाइटिस कहते हैं। हेपेटाइटिस के वायरस पांच प्रकार के होते हैं- ए, बी, सी, डी और ई। इनमें हेपेटाइटिस बी और सी लाखों लोगों में पुरानी बीमारी की वजह से होते हैं, जो लीवर में जलन और संक्रमण के अलावा कई बार इस वायरस से लीवर फाइब्रोसिस या लीवर कैंसर तक होने की संभावना रहती है। हेपेटाइटिस ए और ई आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के सेवन से भी होती है। कई बार हेपेटाइटिस वायरस का संक्रमण संक्रमित रक्त की शरीर में चढ़ने या संक्रमित शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से, जन्म के समय बच्चे को मां से भी होता है।

बता दें, कि हेपेटाइटिस ए, बी वायरस को रोकने के लिए सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन उपलब्ध हैं जबकि हेपेटाइटिस सी वायरस को रोकने के लिए अब तक कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। हेपेटाइटिस बी के वैक्सीन डी को भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। हेपेटाइटिस ई संक्रमण को रोकने के लिए सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन विकसित किए गए हैं, लेकिन व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं हैं। हांलाकि इनमें कई वैक्सीन ऐसी हैं जिन्हें एडवांस में ही लगवाया जाता है। तो हेपेटाइटिस होने पर समय पर इलाज मिलने से भी व्यक्ति को बचाया जा सकता है।

हेपेटाइटिस के सामान्य लक्षण
हेपेटाइटिस अक्सर बारिश के मौसम में फैलता है। इसलिए इस मौसम में लोगों को ज्यादा तली हुई चीजें, मसालेदार, नॉनवेज, एल्कोहल आदि के सेवन से बचना चाहिए। सामान्य और सादा खाना खाना चाहिए। हेपेटाइटिस के मुख्य लक्षण में व्‍यक्ति की आंखें और शरीर का रंग पीला पड़ने लगता है। इस संक्रमण की मुख्य पहचान पीलिया, त्वचा और आंखों का पीला पड़ना, यूरिन का रंग गहरा होना, अत्यधिक थकान, उल्टी, पेट दर्द, सूजन, भूख कम लगना, वजन घटना प्रमुख लक्षण हैं। कई बार इससे हर वक्त बीमार महसूस होना, सिरदर्द होना, चिड़चिड़ापन बढ़ना, अचानक शरीर नीला पड़ना आदि भी शामिल है।

वायरल हेपेटाइटिस को दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में माना गया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में 2020 में लगभग 4 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे, और 60 लाख से 1.2 करोड़ लोग हेपेटाइटिस सी से संक्रमित थे। इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, भारत में लगभग 2,50,000 लोगों की हर साल वायरल हेपेटाइटिस या इसके सीक्वेल से मृत्यु होती है।

इस साल की थीम
वायरल हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जा रहा है। वायरल हेपेटाइटिस के कारण लिवर कैंसर सहित अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्‍पन्‍न हो जाती है। इस वर्ष विश्व हेपेटाइटिस दिवस का विषय है- “हेपेटाइटिस इंतजार नहीं कर सकता”। इससे तात्‍पर्य है कि 2030 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे के रूप में हेपेटाइटिस को समाप्‍त करने के लिए तत्‍काल प्रयासों की आवश्‍यकता है।

28 जुलाई का इतिहास
हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज करने वाले प्रोफेसर बारूक ब्लमबर्ग का 28 जुलाई को जन्म हुआ था। इस खोज के लिए उन्हें 1976 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2010 विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को सार्वजिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शामिल किया और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए 28 जुलाई को दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।