Faridabad/Alive News : जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी ने बताया कि जिला में कोविड-19 के संक्रमण की दूसरी लहर के चलते लगभग 4 महीने बाद कल शुक्रवार 16 जुलाई से स्कूल खुलेंगे। उन्होंने बताया कि इसके स्कूलों को 4 भागों में बांटा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक कक्षा को अलग कलर के रिबन कलर दिए जाएंगे। तापमान व हाजरी अवसर एप पर दर्ज होगा। विद्यार्थियों व शिक्षकों को इन नियमों का पालन करना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि जो विद्यार्थी ऑनलाइन स्टडी करना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। विद्यार्थियों को स्कूल आते समय अपने माता-पिता की लिखित अनुमति लेकर आनी होगी। स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर कोई बाध्यता नहीं होगी तथा विद्यार्थियों पर कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए स्कूल का समय 9 से 12 बजे तक और शिक्षकों के लिए साढ़े 8 से साढ़े 12 बजे तक का समय रहेगा। सभी विद्यार्थियों का तापमान व हाजरी रोजाना अवसर एप पर अपलोड करनी होगी। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतो के अनुसार स्कूल के सभी शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को टीकाकरण हो चुका होना जरूरी है। कक्षा में एक डेस्क पर एक ही विद्यार्थी को बैठाया जाएगा।
सभी स्कूलों में किया सेफ्टी कमेटी का गठन करना अनिवार्य है। स्कूलों में कोविड-19 संबंधी नियमों की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए सेफ्टी कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें एसएमसी प्रधान, स्कूल मुखिया, पीटीआई, डीपी, दो शिक्षक, कंप्यूटर टीचर व क्लर्क शामिल हैं। स्कूल के भवन में कोविड नियमों की पालना करना और करवाना यह कमेटी सुनिश्चित करेगी तथा उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजनी करेगी। अभिभावक बोले स्कूल खुलना राहत की बात है, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। स्कूल खुलने के संबंध में अभिभावक सोहनलाल, महेंद्र, राजेंद्र व सुंदर ने बताया कि बच्चों के लिए स्कूल खुलना राहत की बात है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चे उतना सीख पाते जितना स्कूल में समझ पाते हैं। इस समय कोरोना के केस भी कम मात्रा में मिल रहे हैं, इसलिए स्कूलों को खोलना सरकार का सही फैसला है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी बलबीर कौर ने बताया कि करीब 4 महीने बाद कल 16 जुलाई शुक्रवार से 9वी से 12वी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलेंगे। जबकि 6टी से 8वी तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए आगामी 23 जुलाई से खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी न आए इसके लिए सभी स्कूल मुखियाओं को सरकार द्वारा जारी हिदायतो के अनुसार जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे कोविड -19 के संक्रमण से बचाव के नियमों का पालना के तहत बच्चों को स्कूल भेजें और 50 फीसदी बच्चों को ही स्कूल बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी।
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर खत्म होने के बाद कल शुक्रवार से 4 महीने के बाद बच्चों के लिए स्कूल खुलेंगे। पहले चरण में 9वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए ही स्कूल खोले जाएंगे तथा रोजाना 50 फीसदी विद्यार्थियों को ही स्कूल में बुलाया जाएगा। जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। उन स्कूलों ने चारों कक्षाओं को अलग-अलग कलर के रिबन देने का निर्णय लिया है तथा स्कूलों को चार भागों में बांटा गया है ताकि एक कक्षा के विद्यार्थी दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों से ना मिल सकें। इसके अलावा स्कूल के मुख्य गेट पर थर्मल स्कैनिंग व हैंड सेनिटाइज करने के बाद ही विद्यार्थियों व शिक्षकों की एंट्री होगी। इतना ही नहीं सभी स्कूलों में आने व जाने के गेट भी अलग -अलग होंगे। जिन कक्षाओं में बच्चों की संख्या 20 से कम उन स्कूलों में सभी बच्चों को बुलाया जाएगा।
खण्ड शिक्षा अधिकारी बलबीर कौर ने बताया कि शिक्षा विभाग ने 50 फीसदी बच्चों को रोल नंबर के हिसाब से बुलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत यदि एक कक्षा में 50 विद्यार्थी हैं तो उनमें 1 से 25 रोल नंबर के विद्यार्थी शुक्रवार को स्कूल आएंगे तथा 26 से 50 रोल नंबर तक के विद्यार्थी शनिवार को स्कूल में आएंगे। इसी प्रकार एक-एक दिन का यह शेड्यूल जारी रखा जाएगा। इसके अलावा जिन स्कूलों की कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या 20 से कम है। उन स्कूलों के सभी बच्चों को स्कूल में बुलाया जाएगा।