May 7, 2024

हरियाणा में छात्रों को स्कूल स्तर पर पायलट बनाने की तैयारी, करनाल व पिंजौर में खुलेंगे फ्लाइंग स्कूल

Chandigarh/Alive News: हरियाणा सरकार चार जगह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के आधार पर फ्लाइंग स्कूल चलाने की संभावनाओं का पता लगा रही है। दो जगहों के लिए टेंडर भी अलॉट कर दिए गए हैं। हिसार में अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्र की स्थापना के अलावा मौजूदा हवाई पट्टियों का सुधारीकरण किया जाएगा। ये निर्णय उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता में गुरुग्राम में आयोजित नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों की बैठक में लिए गए।

चौटाला ने नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों को कहा कि महेंद्रगढ़ व भिवानी में पीपीपी आधार पर फ्लाइंग स्कूल चलाने के लिए टेंडर हो चुके हैं। अब करनाल तथा पिंजौर में यह स्कूल चलाने के लिए संभावनाओं का पता लगाएं। उन्होंने महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल के पास बाछौद और भिवानी की हवाई पट्टियों के सुधारीकरण पर विस्तार से चर्चा की। इन हवाई पट्टियों के रनवे पर लाइट लगवाई जाएंगी व हवाई पट्टी के साथ-साथ टैक्सी ट्रैक बनाया जाएगा।

यही नहीं, टर्मिनल बिल्डिंग एवं नेविगेशन में उपयोगी यंत्र (वीओआर/डीएमई) भी लगाए जाएंगे। नारनौल में एक और अतिरिक्त हैंगर भी स्थापित करने पर सहमति बनी है। वहां ऑफिस भवन के लिए पिंजौर में बनाए गए मॉडल को अपनाया जाएगा। भिवानी हवाई पट्टी का विस्तार कर लाइट लगवाने का निर्णय लिया गया। भिवानी में समानांतर टैक्सी ट्रैक बनाकर हवाई पट्टी का सुधार किया जाएगा। वहां पर पहले से बने भवन की विशेष मरम्मत को भी मंजूरी दी गई।

बैठक में गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी में हेलीपोर्ट और एयरो म्यूजियम विकसित करने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि एयरो म्यूजियम देश में कहीं नहीं है और अगर गुरुग्राम में बनाया जाता है तो यह अपनी तरह का अनूठा प्रयास होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हेलीपोर्ट यहां बनता है तो उससे गुरुग्राम व आसपास के क्षेत्र में औद्योगीकरण और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। हेलीपोर्ट और एयरो म्यूजियम भी पीपीपी आधार पर बनवाने का प्रयास रहेगा।