New Delhi/Alive News : सीबीएसई, आईसीएसई समेत तमाम राज्यों के बोर्ड 12वीं के छात्रों का मूल्यांकन किस तरह करेंगे, इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी. इस संबंध में कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिस पर कोर्ट आज सुनवाई करेगा. पिछले दिनों कोविड-19 महामारी के कारण बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थी. इसके साथ ही तमाम राज्यों के बोर्ड ने भी कोरोना के खतरे को देखते हुए 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया था.
परीक्षाओं को रद्द करने के बाद से बोर्ड मूल्यांकन क्राइटेरिया पर मंथन कर रहे हैं. उम्मीद है कि आज मूल्यांकन के फॉर्मूले पर तस्वीर साफ हो जाएगी. सीबीएसई को लेकर सरकार ने 13 सदस्यीय समित बनाई है जो मार्किंग फार्मूला तैयार कर रही है, जिसे जल्द ही जारी किया जा सकता है.
बता दें कि वैकल्पिक मूल्यांकन प्रक्रिया पर सुझाव देने के लिए 13 सदस्यीय समिति गठित की गई थी. इस कमेटी को जिम्मेदारी दी गई थी कि वो मूल्यांकन के तरीके को तैयार करे और रिपोर्ट सौंपे. ऐसे में इस कमेटी की मदद से सीबीएसई कभी भी मूल्यांकन का फॉर्मूला जारी कर सकती है.
हालांकि, माना जा रहा है कि कमेटी के अधिकतर मेंबर क्लास 10 और 11 में प्राप्त अंकों को महत्व देने और 12वीं के प्री बोर्ड तथा आंतरिक परीक्षाओं को आधार बनाने के पक्ष में हैं. लेकिन अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है.
उच्चतम न्यायालय ने 12वीं कक्षा के लिए निष्पक्ष मानदंड तय करने के लिए 3 जून को केंद्र सरकार को 2 सप्ताह का समय दिया था. सीबीएसई ने इसके लिए 4 जून को 13 सदस्यीय समिति का गठन किया था और रिपोर्ट सौंपने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था.