Palwal/Alive News : सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप ने बताया कि बारिश होने के बाद मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है, क्योंकि बारिश का पानी जहां भी जमा हो जाता है वहां पर मलेरिया व डेंगू फैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है, जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है।
सिविल सर्जन ने बताया कि वर्ष 2020 की तुलना में मलेरिया व डेंगू के इस वर्ष के मामलो में काफी कमी आई है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर पानी के स्त्रोतों की लगातार जांच कर रही है, जिसमें अब तक लोगो को जागरूक करने के साथ-साथ बुखार आने पर कोविड-19 की जांच करवाने के लिए भी प्रेरित कर रहे है। पलवल के सभी डेंगू संभावित क्षेत्रो मे स्वास्थ्य विभाग की टीमो द्वारा कोविड-19 को ध्यान मे रखते हुए बखूबी अपना कार्य कर रही है। जिला में अर्बन मलेरिया विभाग की टीम डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए लगातार कार्य कर रही है। अब तक 2021 मे डेंगू के साथ-साथ किसी भी प्रकार का कोई भी मामला सामने नही आया है।
जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद होकर अपने कार्य में लग है। अब तक जिला में डेंगू के लार्वा की जांच के लिए पिछले महीने तक 11 हजार 767 से ज्यादा घरों में जांच की जा चुकी है, जिनमें घरो के कूलर, टंकी, हौदियो, फ्रिज की जांच की जा चुकी है, जिन घरो मे लार्वा मिला है, उनको साफ सफाई संबंधी लार्वा को हटाने के लिए चेतावनी देते हुए 71 घरो में नोटिस दिए जा चुके है और अगर भविष्य मे इन घरो मे दोबारा लार्वा मिलता है या पाया जाता है तो इनका चालान भी किया जा सकता है। जिले मे डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गई है, जिनमे स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी एक्टिविटीज करवाई जा रही है, जिसके तहत एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पानी ठहरेगा जहां मच्छर पनपेगा वहां।