Faridabad/Alive News : हरियाणा में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आदेश के पर एनआईटी नंबर-3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस मरीजों के लिए अलग से 20 बेड वाले वॉर्ड की व्यवस्था की गई है। जिसमें ब्लैक फंगस के 2 मरीज उपचाराधीन है और बाकी 6 मरीज ब्लैक फंगस मामले में संदिग्ध है।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर असीम दास ने बताया कि सरकार ने जिले के मेडिकल कॉलेजों में ब्लैक फंगस मरीजों के लिए 20 बेड की व्यवस्था तो कर दी है, लेकिन ब्लैक फंगस मरीजों के इलाज के लिए लिपोसोमबल एम्फोटेरिसन-बी दवाई की जरूरत होती है। इन दिनों मेडिकल कॉलेजों में इस दवाई का बहुत अभाव है। जो सरकार द्वारा ही सभी मेडिकल कॉलेजों को उपलब्ध करवाया जाएगा। दवाईयों का अभाव होने के कारण डॉक्टर मरीजों का बेहतर उपचार नही कर पा रहे।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.असीम दास ने कहा कि इस दवाई को इस्तेमाल करने की कुछ सीमाएं है। क्योंकि यह दवाई मरीजों की किडनी को बहुत बुरी तरह प्रभावित करती है। ब्लैक फंगस के ज्यादातर मामलों में मरीजों की किडनी काम करना बंद कर देती है। कॉलेज को सरकार द्वारा 200 इंजेक्शन का कोटा दिया गया है। जो उन्हें बुधवार तक मिलने की आशंका है।