November 28, 2024

प्रशांत विहार में तेज धमाका, एक व्यक्ति घायल, पुलिस जांच में जुटी

Delhi/Alive News : दिल्ली के प्रशांत विहार में गुरुवार सुबह 11.30 बजे तक सबकुछ रोजाना की तरह नॉर्मल था। अचानक से एक तेज धमाका हुआ और कई किलोमीटर तक लोग दहल उठे। इस दौरान जो जहां था, वहीं खड़ा हुआ सहम उठा। इसके बाद लोगों ने देखा तो हर तरफ धुएं का गुब्बार फैला हुआ था।

इलाके के लोग इस वजह से भी पूरी तरह सहम गए थे, क्योंकि एक महीने पहले ही घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर इसी तरह का तेज धमाका हुआ था। उस समय हुए धमाके को लेकर भी लोगों के जहन में कई सवाल हैं, जिनके जवाब अभी तक कोई अधिकारी नहीं दे पाया है।

घटनास्थल से चंद कदमों की दूरी पर क्राइम ब्रांच का कार्यालय

जिस जगह पर यह धमाका हुआ है, उससे चंद कदमों की दूरी पर ही क्राइम ब्रांच का कार्यालय और स्कूल है। मिठाई की दुकान के सामने रेहड़ी वाले के करीब में ही यह तेज धमाका हुआ है। धमाके में एक व्यक्ति घायल हुआ है।

मौके से मिला सफेद पाउडर
रोहिणी जिला पुलिस के अलावा स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच, एनएसजी की टीम मौके पर जांच कर रही है। बॉम्ब स्क्वाड, एनएसजी और एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची है। टीम को मौके से सफेद पाउडर मिला है।

वहीं, इस तेज धमाके के बाद पुलिस ने आसपास की सभी दुकानों को बंद करा दिया है। रास्तों पर नाकेबंदी कर दी गई है।

एक बार फिर ऐसा ही धमाका और ताजा हुए सवाल

प्रशांत विहार के लोगों को जिन सवालों का पिछले एक महीने से इंतजार है, अब वो सवाल फिर से ताजा हो गए हैं। लोगों में मन में अब एक अजीब सा डर पैदा हो गया है। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर इलाके में बार-बार धमाके क्यों हो रहे हैं और ये कौन करा रहा है? आखिर इन धमाकों के पीछे क्या मकसद है?

आखिर कौन देगा इन सवालों के जवाब

  1. इलाके में एक महीने में दो बार धमाके करने वाले आखिर कौन?
  2. पहले हुए धमाके को लेकर आखिर पुलिस क्यों नहीं कर पाई खुलासा?
  3. क्या इलाके में कोई बड़ी साजिश चल रही है?
  4. 20 अक्टूबर को हुए धमाके की रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं आ सकी?
    5. आतंकी एंगल पता नहीं चलने पर अब तक केस को स्पेशल सेल या एनआईए को ट्रांसफर क्यों नहीं किया जा सका?
    सवाल है कि क्या इलाके में कोई बड़ी साजिश चल रही है या फिर बार-बार लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश है। लेकिन जब तक पुलिस अधिकारी पूरे मामले का खुलासा करके हर सवाल का जवाब नहीं दे देते हैं, तब लोगों के जहन में ये सभी सवाल जिंदा रहेंगे। 

बच्चों के अंदर बैठा डर

इन दोनों घटनाओं को लेकर छोटे बच्चों के अंदर भी एक डर सा बैठ गया है। ऐसे में जरूरी है कि इस तरह की घटनाओं को रोकना होगा और जो इन्हें करा रहा है, उसे जल्द से जल्द पकड़ कर सजा भी देनी होगी। ताकि बच्चों के अंदर किसी तरह का कोई डर न बैठे। बच्चे रोजाना स्कूल जाते हैं, इसलिए उनके मन में किसी तरह का डर नहीं होना चाहिए।

क्या कहना है पुलिस अधिकारी का
डीसीपी स्पेशल सेल ने कहा इस ब्लास्ट में हो सकता है कम केमिकल का इस्तेमाल किया गया हो। एफएसएल की टीम आने पर नमूना उठाने और जांच करने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।