October 5, 2024

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए सेल्फ केयर बहुत जरूरी

Lifestyle/Alive News: हमारे देश में सेल्फ केयर को बहुत ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता। उल्टा सेल्फ केयर करने वालों को मतलबी का टैग दिया जाता है और उनका मजाक भी बनाया जाता है, जबकि सेल्फ केयर बहुत ही जरूरी है। वो जो एक बात हम घर क बड़े-बुजुर्गों से सुनते हैं ना कि खुद को ख्याल नहीं रखोगे, तो दूसरों का कैसे रखोगे, इसमें सेल्फ केयर पर ही जोर दिया जा रहा है। सेल्फ केयर का महत्व समझाने के मकसद से हर साल 24 जुलाई को International Self Care Day मनाया जाता है।

खुद पर ध्यान देकर आप न सिर्फ फिजिकली फिट रह सकते हैं, बल्कि टेंशन फ्री लाइफ भी जी सकते हैं। सेल्फ केयर में किन चीजों पर ध्यान देना जरूरी है, आइए जान लेते हैं इस बारे में।

बैलेंस डाइट लें
सेल्फ केयर की शुरुआत हेल्दी डाइट से करें। खानपान में उन चीजों को शामिल करें, जिससे बॉडी फिट एंड फाइन रहती है और मूड भी अच्छा रहता है। खानपान में हरी सब्जियों, फल, सूखे मेवों, लीन प्रोटीन को शामिल करें। बढ़ती उम्र में जवां बने रहने के लिए डाइट में प्रोटीन को खासतौर से शामिल करें। इसके अलावा आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम की भी हमारे शरीर को रोजाना जरूरत होती है। जंक, प्रोसेस्ड फूड्स को डाइट से आउट कर दें।

नींद से न करें समझौता
शरीर के लिए नींद की जरूरत को समझें। जहां नींद की कमी मोटापा, ब्लड प्रेशर, तनाव की वजह बन सकती है, वहीं पर्याप्त नींद लेने से न सिर्फ सेहत, बल्कि स्किन भी हेल्दी रहती है। मां बनने के बाद ज्यादातर महिलाएं नींद की कमी से जूझ रही होती हैं और लंबे समय तक इसे इग्नोर करने से वो तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो सकती हैं। अच्छी डाइट और एक्ससाइज सुकून भरी नींद लेने में आपकी मदद कर सकते हैं।

फिजिकल एक्टिविटी पर दें ध्यान
फिजिकल एक्टिविटी की कमी कई बीमारियों को जन्म दे सकती है। जिसकी शुरूआत मोटापे से होती है और अगर इसे कंट्रोल करने पर ध्यान न दिया जाए, तो इससे डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। रोजाना खुद के लिए आधे या 1 घंटे का समय निकालें और इसमें अपनी पसंद का वर्कआउट करें। फिर चाहे वो कोई स्पोर्ट्स हो, स्वीमिंग हो, डांस या फिर एक्सरसाइज। इससे आप बढ़ती उम्र में भी फिट बने रहे सकते हैं।

रूटीन चेकअप है जरूरी
हर 6 महीने में या साल में कम से कम एक बार फुल बॉडी चेकअप जरूर करवाएं। इससे समय रहते कई सारी बीमारियों का पता लग जाता है। जिसका सही समय पर उपचार मिल जाने से उसे गंभीर स्थिति में पहुंचने से रोका जा सकता है।