November 16, 2024

पीएम मोदी और मैक्रों ने रक्षा परमाणु अंतरिक्ष सहित कई मुद्दों पर की बातचीत

National/Alive News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली के अपुलिया में 50वें जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा सहित कई प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

कई मुद्दों पर चर्चा-
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात इटली के दक्षिणी रिसॉर्ट शहर में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई। इस दौरान पीएम मोदी और मैक्रों ने रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु कार्रवाई, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, संपर्क और संस्कृति के क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैकों को दी शुभकामनाएं-

वहीं, राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ हमारी एक साल में चौथी मुलाकात है। उन्होंने आगे कहा कि यह दर्शाता है कि हम भारत और फ्रांस के मजबूत संबंधों को कितनी प्राथमिकता देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मैक्रों के साथ हुई मुलाकात के दौरान रक्षा, सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, एआई, ब्लू इकोनॉमी और कई अन्य विषयों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों को इस दौरान अगले महीने से शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक की मेजबानी के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

ऋषि सुनक से मिले पीएम मोदी-

पीएम मोदी ने इटली में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश सेमीकंडक्टर, प्रौद्योगिकी और व्यापार जैसे क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमने रक्षा क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत करने के बारे में भी बात की।

पदभार संभालने के बाद पीएम की है पहली विदेश यात्रा

मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पीएम मोदी ने तीसरी बार देश की बागडोर संभाली है। तीसरी बार पदभार संभालने के बाद पीएम मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है। इससे पहले पीएम मोदी और मैक्रों की मुलाकात जनवरी में हुई थी। उस समय फ्रांस के राष्ट्रपति भारत के 75वें गणतंत्र दिवस में भाग लेने नई दिल्ली आए हुए थे।