Chandigarh/Alive News: विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि एक सच्चे रामभक्त का श्राप मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लगा हैं। आज एक अभिमानी, धमंडी, एनआईटी की जनता को रूलाने वाले व्यक्ति का राजनीतिक अंत हुआ।
इससे पहले भी उन्होने जब नगर निगम फरीदाबाद में बिना काम 200 करोड़ रूपए के घोटाले को लेकर 54 दिन नंगे पैर व बिना सिले कपड़े पहन प्रतिज्ञा की तो बडे़-बडे़ अधिकारी जेल में गए। उनका कहना है कि अब उनका सधंर्ष लगातार 17 जनवरी से चल रहा है वह इतनी ठंड में सिर्फ 2 गज के कपड़ो में अपना विरोध जता रहे है उसके बावजूद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने कार्यालय से एनआईटी के विकास कार्यो की फाईल नही निकाली।
विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि किसी को नही लगा होगा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को हटाया नही जा सकता लेकिन प्रभुराम मेरे साथ है अखिरकार मनोहर लाल को मुख्यमंत्री को पद से हटाया गया।विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस मनोहर लाल ने सिर्फ एक कार्याक्रम में जाने से रोका जबकि मेरा कसूर सिर्फ इतना था कि मेरे कपडो पर प्रभुराम का नाम लिखा था। लेकिन आज सियाराम जी ने आपको पता नही कहा कहा जाने से आज रोक दिया।
विधायक ने कहा कि जो नई सरकार बनने जा रही है उनको प्रभुराम सद्बुद्धि दें क्योकि अगर अब भी सरकार ने एनआईटी की जनता के साथ भेदभाव किया तो इस सरकार का भी हश्र मनोहर लाल जैसा होगा।विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस बार सत्र में मैने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को विधानसभा में रामायण की पंक्तियां हनुमान रावण संवाद कि सुनाते हुए चैतावनी दी थी, जो चढा आकाश पर एक दिन गिरा है गार में, सच्च बता किसका रहा है बल सदा संसार में।