Health/Alive News:कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जो समय रहते पता न चलने पर जानलेवा साबित हो सकती है। इसी का एक प्रकार त्वचा कैंसर है। भारत में आमतौर पर इसके केस कम ही देखने को मिलते हैं, लेकिन कई बार जानकारी की कमी के चलते लोग इसके लक्षणों को अनदेखा कर देते हैं जिससे इसका ट्रीटमेंट नामुमकिन हो जाता है।
क्लीवलैंड क्लीनिक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, डीएनए डैमेज होने की वजह से कोशिकाओं में होने वाली असमान्य वृद्धि इस प्रकार के कैंसर का मुख्य कारण होती है। इसका जोखिम शरीर के ज्यादातर उन हिस्सों पर रहता है जहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती है, यानि बॉडी के वे पार्ट्स जो कपड़ों के नीचे ढके रहते हैं।
त्वचा कैंसर के लक्षण
शरीर के किसी हिस्से में लगातार हो रही असामान्य खुजली।त्वचा के घाव का लंबे वक्त तक ठीक न हो पाना। कान, गर्दन या प्राइवेट पार्ट्स के आसपास धब्बे या लाल पैच बन जाना। त्वचा से लगातार पपड़ी उतरना।त्वचा पर नए स्पॉट्स या चकत्ते बन जाना।
त्वचा कैंसर के कारण
ज्यादा देर तक धूप में रहना भी त्वचा कैंसर का जोखिम पैदा कर सकता है।कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली भी इसका एक कारण हो सकती है। गोरी त्वचा जिसमें मेलेनिन कम पाया जाता है। त्वचा का पिगमेंट, त्वचा कैंसर होने के रिस्क को कम करता है।जेनेटिक वजहों से भी ये हो सकता है, यानि त्वचा कैंसर से जुड़ी फैमिली हिस्ट्री।
त्वचा कैंसर से बचाव
ज्यादा मसालेदार या तीखा खाने से बचें, अच्छी डाइट लें। बॉडी पर सनस्क्रीन का करें इस्तेमाल, ज्यादा देर तक धूप में रहने से बचें। धूप में अच्छी तरह ढके हुए कपड़े पहनें, बॉडी को हाइड्रेट रखें खूब पानी पिएं। त्वचा का रेगुलर चेकअप कराएं।