November 16, 2024

फरीदाबाद: बंदरों के उत्पात से सेक्टर और सोसायटियों के लोग परेशान, निगम नहीं दे रहा ध्यान

Faridabad/Alive News: फरीदाबाद और ग्रेटर फरीदाबाद की सोसायटियों से लेकर पाॅश सेक्टर तक में रहने वाले लोग बंदरों के काटने से बढ़ रही घटना से परेशान हैं। इस संबंध में लोग समय-समय पर नगर निगम अधिकारियों को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन समस्या का अभी तक समाधान नही हुआ।

दरअसल, कई सेक्टरों में यह समस्या पिछले एक साल से बनी हुई है, लेकिन नगर निगम अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। बंदरों के उत्पाद से परेशान लोगों ने घर की छतों पर जाना छोड़ दिया है। आलम यह है कि बंदर घर में घुसकर पर्दे और कपड़े फाड़ रहे है। बालकनी में लगे गमले और पानी की टंकियों को तोड़ रहे है। कीचन में घुसकर उत्पाद मचाते है। इसके अलावा लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे है। पार्क में लोगों का जाना मुश्किल हो गया है। बंदर यहां लगे पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचा रहे है और गंदगी फैला रहे है।

इन क्षेत्रों में है सबसे अधिक बंदरों का आतंक
सेक्टर- 3, 29, 70, 82, एनआईटी-5, जवाहर कालोनी, डबुआ, नंगला एंक्लेव पार्ट-1 और बसेलवा कॉलोनी में सबसे अधिक बंदरों का आतंक है। बंदरों की बढ़ती संख्या से लोग परेशान हैं। नगर निगम ने बंदरों के आतंक से लोगों को निजात दिलाने के लिए 3 माह पहले सेक्टर- 3 में पिंजरा अभियान शुरू किया था, लेकिन वह भी फेल रहा। बता दें, कि 10 अगस्त 2023 को बसेलवा कॉलोनी में बंदर के हमले से बचने के चक्कर में 5 साल का बच्चा छत से नीचे गिर गया था और उसकी मौत हो गई थी। इसके अलावा 15 सितंबर को रॉयल हेरिटेज सोसायटी के पार्क में खेलने जा रही 5वीं कक्षा की छात्रा पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया, जिसमें बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी।

बंदरों से बचाव के लिए सेक्टर और सोसायटी के लोग करा रहे है घर की जाल फैसिंग
सेक्टर- 3 और फ्लोरिडा सोसायटी में बंदरों के आतंक से बचने के लिए लोग अपने घर में लोहे की जाली और ग्रील लगाकर फेसिंग करा रहे है, ताकि बंदर घरों में प्रवेश न कर सकें।

क्या कहना है शहर वासियों का
सेक्टर- 29 में लोग बंदरो के आतंक से पिछले एक साल से परेशान है। निगम अधिकारियों को शिकायत कर चुके है, लेकिन अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते। अधिकारी शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है।
-सुबोध नागपाल, प्रधान आरडब्ल्यूए सेक्टर-29

बंदरों के आतंक से सेक्टर के लोग डरे हुए है। इसके चलते यहां लोगों ने घर की छत पर जाना छोड़ दिया है। यहां सीनियर सिटीजन का पार्क में बैठना मुश्किल हो गया है। बंदर लोगों पर हमला करने लगे है।
-नारायण सिंह, उपप्रधान आरडब्ल्यूए- 29

रॉयल हेरिटेज सोसायटी में 15 सितंबर को एक बच्ची पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बच्ची की चीख सुनकर लोगों ने बंदरो को भगाया और इस घटना में बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी। बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। अभी बच्ची की हालत ठीक है।
-मनीष ठाकुर, सदस्य आरडब्ल्यूए।

सेक्टर-3 में रविवार को भी बंदरो का आतंक रहा है। यहां निगम ने एक पिंजरा लगाया था, लेकिन आज तक इसमें कोई बंदर नही फसा। अब लोगों ने बंदरो से बचने के लिए घरों की फेसिंग करनी शुरू कर दी है।
रमेश चंद, स्थानीय निवासी।

क्या कहना है अधिकारी का
नगर निगम की टीम बंदरो को पकड़कर अरावली के जंगलों में छोड़ रही है। इसके अलावा बंदरों से संबंधित कही से भी हमें शिकायत मिलती है तो टीम तुरंत वहां जाल लगाती है, उसमें बंदरों के फसने पर टीम उन्हें जंगलों में छोड़कर आती है। फिलहाल, नगर निगम की बंदर पकड़ने वाली दो गाड़ी खराब है, इसलिए थोड़ी दिक्कत हो रही है।
प्रभजोत कौर, एमओएच नगर निगम।