New Delhi/Alive News: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षा जुलाई तक के लिए स्थगित हो सकती है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पहले ही बारहवीं की परीक्षा स्थगित और दसवीं की परीक्षा रद्द कर चुका है। हालांकि सीबीएसई की तरफ से अभी बारहवीं कक्षा की परीक्षा की तारीख की घोषणा नहीं हुई है।
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि एक बार फिर से सीबीएसई बारहवीं कक्षा की परीक्षा को जुलाई तक के लिए स्थगित कर सकती है और जुलाई के बाद ही परीक्षा का आयोजन होगा। हालांकि, अभी तक बोर्ड की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं है। एक जून को सरकार और शिक्षा विभाग एक बैठक करेगी। जिसमें बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षा के आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
इस बैठक के बाद ही पता चलेगा कि बारहवीं कक्षा की परीक्षा का आयोजन कब होगा। कुछ अभिभावक और विद्यार्थी बिना परीक्षा के ही बारहवीं में आंतरिक मूल्यांकन के जरिए नंबर देकर पास करने की मांग कर रहे हैं। जिस तरह से बोर्ड ने दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के जरिए अगली कक्षा में पदोन्नत करने का निर्णय लिया है, कई अभिभावक चाहते हैं कि इस साल बारहवीं कक्षा में बिना आंतरिक मूल्यांकन के जरिए छात्रों को पास कर दिया जाए। हालांकि बोर्ड ने अभी इसे लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
दसवीं की नई मार्किंग स्कीम में कुल 100 नंबरों को 20 नंबर और 80 नंबर में बांटा गया है। स्कूलों द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के लिए किए गए इंटरनल मार्किंग के आधार पर 20 नंबर दिए जाएंगे। बाकी 80 नंबर छात्रों को स्कूलों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे। 80 नंबरों में से 10 नंबर पीरियोडिक/यूनिट टेस्ट और 30 नंबर अर्धवार्षिक और 40 नंबर प्री-बोर्ड के आधार पर मिलेंगे।
यह नई मार्किंग पॉलिसी छात्रों द्वारा चुने गए 5 मुख्य विषयों के स्कोर की गणना के लिए है। अगर किसी छात्र ने छह या उससे ज्यादा विषयों के लिए पंजीकरण किया है तो उसके छठवें विषय के लिए स्कोर की गणना अधिकतम प्राप्त नंबरों में से सबसे ज्यादा 3 नंबरों के औसत नंबरों के आधार पर किया जाएगा।