November 14, 2024

निकाय चुनाव तय करेगा हरियाणा में हुड्डा और तंवर का कद

रोहतक में हुड्डा की चौदराहट बरकरार 

 

फरीदाबाद : हरियाणा के सात नगर निगमों में सिम्बल पर निकाय चुनाव लडऩा भाजपा को महंगा पड़ सकता है। कांग्रेस के पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने इस संदर्भ में पंचायत चुनाव में ही भाजपा को पटकनी देकर सियासत का नया दौर शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने खुले आम यह भी दावा कर दिया है कि भाजपा के आधे एमएलए पंच-सरपंच की योगयता भी पूरी नहीं करते है।
गौरतलब है कि भाजपा सरकार में पिछले दिनों ही पंचो-सरपंचो की पढ़ाई लिखाई की योगयता को 10वीं तक मान्यता प्राप्त घोषित कर दिया था और इसी आधार पर ही उन्होंने पंचायत चुनाव सम्पन्न करवाए। पंचायत चुनाव होने के उपरांत अब प्रदेश में नगर पालिकाओं और 7 नगर निगमो के चुनाव सम्पन्न होने बाकी है।
आगामी दिनों में होने वाले इन चुनावों के परिणामों का भविष्य तो अधर में है लेकिन निकाय चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के गांव सांघी में शुरू हुए नए सियासी दौर में यह दिखाई देने लगा है कि भाजपा आने वाले दिनों में राजनीति में कडी शिकस्त का सामना कर सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के गांव सांघी में आठ माह पूर्व अहमदाबाद से अपना व्यवसाय छोडक़र लौटे सतीश ने 15 वर्षो का रिकोर्ड तोडते हुए भाजपा प्रत्याशी को हराकर यह दर्शा दिया है कि आज भी रोहतक की चौदराहट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के पक्ष में है।
यह अलग तथ्य है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर से नीचे आंका जा रहा है। निकाय चुनावों का परिणाम पूर्ण रूप से आने के उपरान्त और भी स्पष्ट हो जाएगा कि प्रदेश में अशोक तंवर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा कितने बड़े कद के नेता है।