November 22, 2024

दर्दनाक: पालघर के वसई में कोविड अस्पताल में लगी आग, 14 मरीजों की मौत 

New Delhi/Alive News: देश में कोरोना वायरस के कहर के बीच एक और दुखद समाचार महाराष्ट्र से आया है। यहां पालघर के वसई में एक कोविड 19 अस्पताल में बड़ा हादसा हुआ। कोविड अस्पताल में आग लगने से 14 मरीजों की मौत हो गई है। वसई विरार नगर निगम ने इसकी जानकारी दी है। अन्य प्रभावित मरीजों को पास के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है।

पीएम मोदी व रक्षामंत्री ने जताया दुख
हादसे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पालघर के अस्पताल में हएु दर्दनाक हादसे में कई लोगों ने अपनी जिंदगी गंवा दी। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। साथ ही, घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले मरीजों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हों। 

उपराष्ट्रपति ने कही यह बात
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने महाराष्ट्र के विरार में कोविड अस्पताल हादसे में मरीजों की मौत की घटना पर दुख जताया और और दुर्घटना में घायलों के शीघ्र पूर्ण स्वस्थ होने की कामना की। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट में कहा, ‘महाराष्ट्र के विरार में कोविड अस्पताल में हुए अग्निकांड से हुई प्राणों की क्षति के बारे में जानकर बहुत दुखी हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी प्रार्थनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। दुर्घटना में घायल लोगों शीघ्र पूर्ण स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।’

राष्ट्रपति ने भी जताया शोक
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस घटना पर गहरा शोक प्रकट किया और अन्य मरीजों के शीघ्र स्वस्थ होने की शुक्रवार को कामना की। राष्ट्रपति भवन ने कोविंद के हवाले से ट्वीट किया, ‘विरार के कोविड अस्पताल में आग लगने से मरीज़ों के हताहत होने के समाचार से बहुत दुःख हुआ है। इस हृदय विदारक हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। मैं सभी अन्य मरीज़ों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

नासिक में भी हुआ था हादसा
बता दें कि इससे पहले नासिक के अस्पताल में ऑक्सीजन रिसाव का हादसा हुआ था। इस हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई थी। घटना बुधवार को अपराह्न में तब हुई थी। जानकारी के मुताबिक अस्पताल के मुख्य स्टोरेज टैंक में गड़बड़ी की वजह से ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हुई जिसके कारण वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सहायता पर रखे गए मरीजों का दम घुट गया था।  

मरीजों को अस्पताल परिसर में लगाए गए सफेद रंग के टैंक से पाइपलाइन के जरिये 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। अधिकारियों के मुताबिक रिसाव तब हुआ जब एक टैंकर के जरिये टैंक में ऑक्सीजन भरी जा रही थी।रिसाव करीब 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू हुआ। अधिकारी ने कहा कि इस रिसाव को दोपहर बाद पौने दो बजे से दो बजे के बीच किसी तरह रोका जा सका।