November 15, 2024

फैक्ट्री में तीन ब्लास्ट, 13 लोगों की मौत

Punjab/Alive News : यहां एक प्लास्टिक फैक्ट्री में आग लगने और ढहने से अब तक 13 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों के तादाद में इजाफा हो सकता है। आग लगने के बाद पांचवीं मंजिल पर स्थिति इस फैक्ट्री में तीन ब्लास्ट हुए। तीसरे ब्लास्ट के बाद इमारत ढह गई। मौके पर फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और फैक्ट्री वर्कर्स समेत 30 लोग मौजूद थे। सभी मलबे में दब गए। हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है।

– इस बीच, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी घटनास्थल का दौरा कर बचाव कार्यों का जायजा लिया।
– राज्य सरकार ने हादसे में मारे गए सरकारी कर्मचारियों को 10 लाख रुपए और अन्य नागरिकों को 2 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
– मरने वालों में 6 फायर बिग्रेड के कर्मचारी और 6 फैक्ट्री के वर्कर्स समेत बाहरी लोग मौजूद, जो राहत कार्य में मदद के लिए पहुंचे थे।

प्लास्टिक फैक्ट्री में ऐसे हुआ था हादसा
– सोमवार सुबह पौने 7 बजे सूफियां चौक के पास स्थित जनकपुरी इलाके में प्लास्टिक का सामान बनाने वाली फैक्ट्री की 5 मंजिला इमारत में आग लग गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियों ने सुबह 10.30 बजे तक आग पर काबू पा लिया था। लेकिन फिर 11 बजे इमारत की सेकंड फ्लोर में रखे केमिकल से भरे ड्रमों में विस्फोट हुआ और आग फिर से भड़क गई। बचाव कार्य फिर से शुरू किया गया। इसके बाद फिर 11:15 बजे सेकंड फ्लोर पर ही रखे ड्रमों से दूसरा विस्फोट हुआ। दोपहर 12.30 बजे इसी फ्लोर पर तीसरा विस्फोट हुआ, तो 5 मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई। विस्फोट से पास की 2 दूसरी फैक्ट्रियां भी ढह गईं।

दो बड़ी लापरवाहियां

1. इमारत 2 मंजिला से 5 मंजिला कैसे हो गई, निगम को अभी तक पता ही नहीं
– फैक्ट्री के मालिक इंद्रजीत सिंह गोला ने यह बिल्डिंग साल 2002-03 में खरीदी थी। तब ये बिल्डिंग दो मंजिला ही थी। तीन अतिरिक्त मंजिलों के निर्माण के लिए निगम से कोई मंजूरी ली गई या नहीं, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिल पाया है। निगम कमिश्नर जसकिरन सिंह ने रिकॉर्ड मंगवाया है। इस बीच, पुलिस ने सोमवार की देर रात फैक्ट्री के मालिक इन्द्रजीत सिंह पर धारा 304 ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
2. मशीन खराब हो गई, जानकारी नहीं दी थी
– आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। बताया जा रहा है कि रविवार रात को स्पार्किंग होने के कारण एक मशीन खराब हो गई थी, जिसे बंद तो कर दिया गया, लेकिन किसी को बताया ही नहीं। सोमवार को जब कर्मचारी ने मशीन चालू की तो शॉर्ट सर्किट हो गया।

रेस्क्यू में पांच टीमें जुटीं
हादसे के बाद से लुधियाना पुलिस के साथ NDRF, SDRF, ARMY और फायर ब्रिगेड की टीमें राहत कार्य में लगातार जुटी हैं। आग पर काबू पा लिया गया है। हालांकि, बिल्डिंग के कुछ हिस्सों में अभी भी रह-रहकर धुआं उठ रहा है।