November 5, 2024

कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया शुभारंभ, कहा- नई डिजिटल प्रौद्योगिकी से जुड़े सभी विद्यार्थी

फरीदाबाद, 8 मार्च : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के वार्षिक सांस्कृतिक एवं तकनीकी उत्सव एलीमेंट्स कलमायका-2016 में भी डिज़िटल इंडिया और मेक इन इंडिया का प्रभाव देखने को मिल रहा है। उत्सव को लेकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी क्लब के सदस्यों द्वारा एक विशेष वेबसाइट और एप्लीकेशन तैयार की गई है। उत्सव का आयोजन 11 से 13 मार्च तक विश्वविद्यालय परिसर में किया जायेगा।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में वेबसाइट (www.elementsculmyca.com) और एप्लीकेशन का शुभांरभ किया।
इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो एस के अग्रवाल, सांस्कृतिक मामलों की अध्यक्ष डॉ सोनिया बंसल, प्रौद्योगिकी मामलों के अध्यक्ष डॉ वासुदेव मल्होत्रा के साथ-साथ सभी क्लबों के प्रभारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान वार्षिक उत्सव का वीडियो ट्रेलर तथा पोस्टर भी जारी किया गया।
वार्षिक उत्सव के लिए शुभकामनाएं देते हुए कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने कहा कि इंजीनियरिंग की सभी शाखाओं के विद्यार्थियों को नई डिजिटल प्रौद्योगिकी को सीखना चाहिए। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे है और विश्वविद्यालय के डिजिटल अभियान में अपना योगदान दे रहे है।
इस वेबसाइट तथा एप्लीकेशन को विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग की नौ सदस्यीय टीम ने तैयार किया है, जिसमें मयंक नागपाल, सात्विक दास, अंशुमन राठी, समीर गुप्ता, विपिन खुशु, शुभम गर्ग, प्रतीक कुमार, सोनल गुप्ता और मुदित जिंदल शामिल है। कलमायका 2016 नाम से इस मोबाइल एप्लीकेशन को गूगल प्ले से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो एस के अग्रवाल विश्वविद्यालय के वार्षिक उत्सव में हर वर्ष कुछ नया देखने को मिलता है और विश्वविद्यालय प्रशासन का भी हरसंभव प्रयास रहता है कि विद्यार्थियों को वार्षिक उत्सव के आयोजन में पूरी छूट मिले ताकि वे खुलकर अपनी प्रतिभा एवं कौशल दिखा पाये।
डॉ सोनिया बंसल ने बताया कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट और एप्लीकेशन को विकसित करने का उद्देश्य उत्सव में विद्यार्थियों की भागीदारी बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि उत्सव से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी को वेबसाइट पर डाला गया है और इससे विद्यार्थियों को उत्सव के लिए पंजीकरण करने में भी आसानी होगी। डॉ बंसल ने बताया कि आजकल ज्यादातर लोग इंटरनेट का इस्तेमाल मोबाइल फोन पर करते है, इसलिए वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी को मोबाइल एप्लीकेशन पर भी उपलब्ध करवाया गया है।