Jhansi : जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाली लड़की को एक मिस कॉल जरिए छह महीने पहले एक लड़के से प्यार हो गया। वो उसके साथ घर से भागकर मुंबई चली गई। यहां उसने टैक्सी चलाकर पैसे कमाना शुरू किया। इसके बाद दोनों दमन-द्वीप चले गए। लड़की प्रेगनेंट हो गई, तो प्रेमी लड़की को अकेला छोड़ अपने घर वापस आ गया। काफी ड्रामे के बाद दोनों ने शादी की।
पहले हुई तकरार बाद में हो गया प्यार…
– गरौठा थाना क्षेत्र के भगवंतपुरा का रहने वाला बीएससी फर्स्ट इयर का स्टूडेंट जितेंद्र ने अननोन नंबर पर मिस्डकॉल की।
– यह मिस कॉल कटेरा निवासी कंचन गोस्वामी के मोबाइल पर लग गई। कंचन ने उसी नंबर पर कॉल बैक किया।
– दोनों के बीच कुछ दिनों तक तकरार हुई, उसके बाद दोनों एक दूसरे को खुद फोन करने लगे।
– फोन पर हुई दोस्ती हुई धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।
बहन की ससुराल जाने के बहाने प्रेमी से मिलने आई कंचन
– कंचन की बड़ी बहन की ससुराल उरई में है। वह अपने प्रेमी से मिलने के लिए दीदी की ससुराल जाने की बात कहकर घर से निकली और जितेंद्र से झांसी स्टेशन पर पहली बार मिली।
– कुछ दिन तक ऐसे ही दोनों के बीच छिपकर मिलने का सिलसिला चलता रहा।
– एक दिन दोनों झांसी स्टेशन पर मिले और वहां से मुंबई भाग गए।
जितेंद्र को नौकरी न मिलने पर प्रेमिका ने चलाई टैक्सी
– जितेंद्र और कंचन घर से भागकर मुंबई तो आ गए और बिना शादी के साथ रहने लगे।
– पैसे न होने पर खाना खाने तक के लाले पड़ने लगे। लड़की ने बहादुरी दिखाई सुभाष भाई नाम के व्यक्ति की टैक्सी चलाने लगी। उसे इसके लिए 30 हजार रुपए महीना मिलने लगा।
– उसका काम मुंबई एयरपोर्ट पर कार्यरत महिला टिकिट क्लर्क को घर से एयरपोर्ट और एयरपोर्ट से घर लाने का था।
– कंचन को सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक टैक्सी चलानी पड़ती थी। इस बीच जितेंद्र खोली में अकेला रहता था।
– दो महीने मुंबई में रहने के बाद जितेंद्र, कंचन को लेकर अपने दोस्त के पास दमन-द्वीप चला गया।
प्रेग्नेंट कंचन को अकेला छोड़ घर भाग आया था जितेंद्र
– दमन-द्वीप जाने के बाद दोनों को एक दवा फैक्ट्री में मजदूरी का काम मिल गया।
– जितेंद्र और कंचन को दिन भर की मजदूरी के बाद 500 रुपए मिल जाते थे।
– कुछ दिन तक सब ठीक चलता रहा।
– इसी बीच लड़की प्रेग्नेंट हो गई, यह सुन जितेंद्र वहां से चुपचाप अपने घर भाग आया।
– फोन करने पर वह उसे डराने और धमकाने लगा।
किराए के पैसों के लिए कंचन ने 7 दिन मजदूरी की
– दोनों ने मिलकर जो पैसे जुटाए थे, वह जितेंद्र लेकर भाग आया था।
– अब उसके पास खाने और घर का किराया देने तक के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और किराया देने के लिए सात दिन मजदूरी की।
प्रोबेशन अधिकारी और पुलिस के सामने पहनाई माला
– एक दिन कंचन वहां से चली आई और जितेंद्र को ढूंढते हुए झांसी के गरौठा थाना पहुंच गई।
– पुलिस को उसने सारी कहानी बताने के बाद जानकारी दी कि वह प्रेग्नेंट है।
– इसके बाद पुलिस ने यह सूचना जिला प्रोबेशन अधिकारी राजीव शर्मा को दी। उन्होंने दोनो पक्षों को झांसी बुलाया।
– बहुत समझाने के बाद दोनों पक्ष के लोग शादी के लिए मान गए।
– कार्यालय पर ही कंचन और जितेंद्र ने एक दूसरे को माला पहना कर शादी की।