फरीदाबाद : मां सरस्वती को संगीत, कला, पूजा और शिक्षा की देवी माना जाता है। जिस प्रकार ब्रह्म, विष्णु, महेश तीनों को सृष्टि का कर्ता-धर्ता माना जाता है उसी प्रकार तीनों देवियां सरस्वती, लक्ष्मी एवं पावर्ती हैं। इसलिए मां सरस्वती को शिक्षा प्रदात्ता और जहां भी शिक्षण से संबंधी कार्य हो सबसे पहले याद किया जाता है।
उक्त विचार सोमवार को गांव पावटा स्थित गवर्नमेंट सी.सै. स्कूल में मां सरस्वती मूर्ति की स्थापना के अवसर पर स्कूल की प्रिंसीपल सुनीता गुप्ता ने कहे। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती की पूजा-अर्चना से बुद्धि का विकास होता है और स्मरण शक्ति बढ़ती है। इसलिए हर विद्या के मंदिर में मूर्ति स्थापना की जाती है। मूर्ति स्थापना से पूर्व विधिवत रूप से हवन किया गया।
इस मौके पर प्राइमरी स्कूल गल्र्स की इंचार्ज स्नेहलता एवं ग्राम सेवा समिति के सचिव रविन्द्र कुमार ने मूर्ति स्थापना से सम्बंधी औपचारिकताओं को पूर्ण किया और स्कूल प्रांगण में मूर्ति स्थापना कराई। स्नेहलता ने कहा कि बच्चों को मां सरस्वती का स्मरण करना चाहिए, इससे मन और मष्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस अवसर पर होराम मास्टर, रतन, भीम, विकास, बदलेराम, पृथ्वी, गजराज सरपंच के अलावा स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद था।