November 23, 2024

प्रदेश की कई राजनैतिक पार्टियां लड़ेगी महापौर का चुनाव

Faridabad, (Pradeep Arora) : हरियाणा प्रदेश में पहली बार बने नगर निगम का इतिहास अब बदलने वाला है। इस बार के चुनाव में प्रथम बने नगर निगम के महापौर का चुनाव सीधे तौर पर जनता करेगी। इस बात का आशय सरकार के स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन और मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा को राज्य भर में निकाय चुनाव का अधिकारी बनाकर स्पष्ट कर दिया गया।

स्थानीय निकाय कानून में संशोधन पर विचार हो सकता है, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद यह कयास लगाए ही जा रहे थे कि भाजपा महापौर और स्थानीय नगरपालिकाओं के अध्यक्षों का चुनाव सीधे पर करने में रूचि रखती है। यहां ये भी उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के कई जिलों में नगर-निगमों के महापौर सीधे तौर पर चुनाव जीतकर महापौर का पद जीतकर अपना आसन संभालते है, जिनमें गाजियाबाद की महापौर दयामती का नाम उल्लेखनीय है जिन्होंने अपने जिले में 2 लाख मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करवाकर महापौर का पद हासिल किया था।

मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा का मानना है कि इस तरह के चुनाव करने से महापौर के पद के लिए पार्षदों की खरीद फरोख्त पर रोक लग सकती है तथा हरियाणा भ्रष्ट्राचार मुक्त हो सकता है। दिलचस्प तथ्य यह है कि वर्ष 1994 में बने महापौर सूबेदार सुमन महापौर की शक्तियों के लिए भी तत्कालीन ऑल इंडिया महापौर के अध्यक्ष उमा शंकर गुप्ता के समक्ष भी इस आवाज को उठाया था जो अब पूरा होने जा रही है।