Faridabad/Alive News : जनता दल यूनाइटेड पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सचिन तंवर ने कहा है कि देश में नोट बंदी के कारण आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति बनी हुई है। नगदी के संकट के कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। इसका बड़ा असर मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र पर पड़ता दिख रहा है। कई औद्योगिक क्षेत्रों में तो मांग घटने के चलते उत्पादन में 30 फीसदी की कमी आ गई है। हरियाणा में भी नगदी का संकट यहां के उद्योग धंधों पर पड़ा है, मैटल उद्योग में काम करने वाले मजदूर बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। ऐसा ही हाल हाथ करघा उद्योगों का भी है नगदी के संकट ने रोजगारों को काफी हद तक प्रभावित किया है। नगदी संकट के चलते असंगठित क्षेत्र में रोजगार पूरी तरह प्रभावित हुआ है। अगर देश में रोजगार के मौके और कम होते हैं तो इसका असर बाकी उद्योग धंधों पर भी पड़ेगा।
सचिन तंवर ने कहा कि नगदी का संकट कृषि पर भी पड़ा है। नगदी ना होने व बीज ना मिलने के कारण रबी की फसल में देरी से होने पर 8 से 9 फीसदी कमी आई है। किसानों को नगदी की कमी के कारण खाद खरीदने में भी कमी आई है इसका असर जीडीपी पर भी पड़ेगा। नगदी के संकट के कारण पूरा देश बैंकों व एटीएम की लाइनों में लगा हुआ है और लगभग 92 लोगों की मौत हो चुकी है। भाजपा सरकार ने जिस तरह से क्रियान्वन किया है उससे गरीब, किसान, मजदूर वर्ग को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। नोट बंदी के कारण एफएमसीजे जूता व्यापार, छोटे व मझोले उपकरणों सहित अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र प्रभावित हुए हैं इससे असंगठित क्षेत्र में नौकरियां जा रही हैं।