Health/Alive News: हेल्दी रहने के लिए बच्चों को बैलेंस्ड डाइट लेना बेहद जरूरी होता है। इसी से उनकी इम्युनिटी बेहतर होती है, और शरीर बीमारियों से बचा रहता है। ऐसे में क्या हो अगर बच्चे खाने-पीने वाली चीजों को छोड़कर घर की दीवारों का प्लास्टर, ड्राइंग रूम का सोफा और बेडरूम की रजाई और गद्दे खाने लग जाएं? जी हां, दरअसल, हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें ऑटिज्म डिसऑर्डर से डायग्नोस्ड तीन साल की बच्ची में एक दुर्लभ ईटिंग डिसऑर्डर देखा गया है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
कांच के गिलास तक कुतरने लगती है बच्ची
इस बीमारी से ग्रसित बच्ची की मां ने बताया है, कि इनकी बेटी विंटर घर की दीवारों का प्लास्टर, ड्राइंग रूम का सोफा और बेडरूम की रजाई और गद्दे जैसी चीजें खाती है। यही नहीं, वह फैब्रिक, कांच के गिलास और लकड़ी का फर्नीचर भी कुतरने की कोशिश करती है।
दिन-रात मां को रखनी पड़ती है निगरानी
आलम ये है कि स्टैसी को दिन-रात, हर वक्त बच्ची का खास ख्याल और उसकी निगरानी रखनी पड़ती है, क्योंकि ऐसी चीजों के सेवन से वह अपने आपको बड़े खतरे में डाल रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची को फिलहाल कोई परेशानी नहीं है, लेकिन मां को उसे लेकर चिंता बनी रहती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची एक दुर्लभ ईटिंग डिसऑर्डर से ग्रसित है, जिसमें वह यह फर्क भूल बैठी है कि क्या चीज खाने के लिए बनी है, और क्या नहीं। ये हैबिट उसकी सेहत के लिए काफी खतरनाक है। बता दें, सिर्फ बच्चे ही नहीं बड़े भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में लोग कुछ भी खाने को बेताब रहते हैं। इसलिए जरूरी है, कि बच्चों में ऐसी क्रेविंग से जुड़े लक्षण दिखाई देने पर बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श ले लिया जाए।