आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में भोजन को लंबे समय तक स्टोर करना और फिर उसे खाना बहुत ही आम हो चुका है। इससे खाना खराब नहीं होता और समय की भी बचत होती है लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि फ्रिज में लंबे समय तक रखा खाना सेहत के लिए सही है या नहीं। आजकल की भागदौड़ वाली जीवनशैली की वजह से ज्यादातर लोगों के लिए रोज ताजा खाना बनाना काफी मुश्किल हो गया है। इस वजह से अक्सर लोग एक बार में बड़ी मात्रा में भोजन तैयार करते हैं और इसे बाद में इस्तेमाल के लिए रेफ्रिजरेटर में स्टोर कर देते हैं लेकिन कई हेल्थ एक्सपर्ट पके हुए खाने को ज्यादा देर तक फ्रिज में ना रखने की सलाह देते हैं।
फ्रिज में लंबे समय के लिए स्टोर किए गए खाने के क्या नुकसान हैं और इसे कितनी देर तक स्टोर करना सही है।
इसका जवाब देते हुए सोशल मीडिया इंन्फ्लुएंसर कृष अशोक कहते हैं, ”यह लोगों के बीच एक गलत धारणा है कि रेफ्रिजरेट किए जाने पर भोजन अपने पोषक तत्वों को खो देता है। बल्कि भोजन के कई पोषक तत्व पकाने के दौरान नष्ट होते हैं। अशोक, जो अक्सर इस तरह के मुद्दों पर बनी हुई अवधारणाओं को तोड़ते हुए सूचनात्मक विडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं, और कहते हैं, ‘कि ‘पानी में घुलनशील विटामिन सबसे अस्थिर और आसानी से खो जाने वाले पोषक तत्व होते हैं लेकिन इनका ज्यादातर नुकसान खाना पकाने के दौरान ही हो जाता है, रेफ्रिजरेशन के दौरान नहीं, वास्तव में हीट ही विटामिनों को नष्ट करती है, ठंडक नहीं।
एक एयरटाइट कंटेनर में अधिकांश पका हुआ भोजन कम से कम दो से तीन दिन और कई मामलों में एक सप्ताह तक चल सकता है ”फ्रीजर में रखी हुई कई खाने की चीजें छह महीने (बिजली कटौती नहीं होने पर) तक चल सकती हैं। सभी जैविक क्रियाएं तापमान के साथ धीमी हो जाती हैं इसलिए भोजन के नष्ट होने की संभावना कम होती है।
हालांकि इसके कुछ अपवाद भी हैं। सादे पके/उबले हुए चावल में कभी-कभी ऐसे बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं। जो कम तापमान में भी अच्छे से सरवाइव कर लेते हैं इसलिए एक-दो दिनों के अंदर ही इनका सेवन कर लेना अच्छा है। भारतीय भोजन में मसाले, नमकीन और खट्टापन होता है इसलिए यह अपने-आप में ही फ्रिज के अनुकूल हो जाते हैं’।