Chandigarh/Alive News : हरियाणा का यमुनानगर देश भर के लिए स्वच्छता की मिसाल बन रहा है। अब देश के महानगर कहे जाने वाले महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, आंध प्रदेश, छत्तीसगढ़ व कर्नाटक समेत सभी राज्यों के अधिकारी यमुनानगर से सीखेंगे कि वह ठोस व तरल कचरे का प्रबंधन कर कैसे अपने गांवों को नंबर वन बना सकते हैं। इसके लिए जिले में स्वच्छता, कचरा प्रबंधन व शौचालयों के रखरखाव पर 10 मिनट की एक डॉक्यूमेंट्री बनाई जाएगी। यह वीडियो 22 अगस्त को दिल्ली में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की तरफ आयोजित राष्ट्र स्तरीय समीक्षा बैठक में देशभर से आए सभी अधिकारियों को दिखाया जाएगा।
बता दें, कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले की ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस किया जा रहा है। ओडीएफ प्लस उस गांव को कहा जाता है जहां कोई भी खुले में शोच न करता हो। इसके साथ ही गांव में ठोस व तरल कचरा प्रबंधन कर गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाया गया हो। ओडीएफ प्लस की तीन कैटेगरी उदीयमान, उज्जवल व उत्कृष्ट के तहत जिला प्रशासन ने एमआईएस पोर्टल पर 111 ग्राम पंचायतों की जानकारी अपलोड की थी।
जून माह में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की तरफ से सभी 111 पंचायतों का सर्वे किया गया। टीम ने इन गांवों में लोगों से बात की। गांवों में व्यक्तिगत व सामूहिक शौचालयों, ठोस व तरल कचरा प्रबंधन, स्वच्छता से संबंधित जागरुकता, दीवारों पर स्लोगन लेखन, कंपोस्ट खाद बनाने, गोबर गैस का प्रयोग समेत अन्य बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की। अब सर्वे की रिपोर्ट आई है। जिसमें देशभर में यमुनानगर की सबसे ज्यादा सराहना की गई।
स्वच्छ भारत मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक बलिंद्र कटारिया ने बताया कि इस साल अन्य पंचायतों को ओडीएफ प्लस करने के लिए जिला परिषद के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जसविंद्र बांगड़ की अध्यक्षता में एक बैठक बुलाई गई। जिसमें ओडीएफ प्लस के नोडल अधिकारियों साढौरा से बीडीपीओ, छछरौली से उपनिदेशक कृषि विभाग, बिलासपुर से बीईओ, जगाधरी से जिला युवा अधिकारी, सरस्वतीनगर से डीएचओ, रादौर से पीओ के अलावा खंड स्तरीय टीम में बीईओ, सीडीपीओ, जेई ने हिस्सा लिया।