New Delhi/Alive News : अब स्कूलों में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विद्यार्थियों को लेखक के रूप में तैयार करने की योजना बना रहा है। सीबीएसई बोर्ड पांचवीं से दसवीं तक के छात्रों में पढ़ने और लिखने की आदत को बढ़ावा देने के लिए बंडिग ऑथर प्रोग्राम (नवोदित लेखक) शुरू करने जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को कहानियों को पढ़ने और प्रभावी ढंग से लिखने के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर चयनित सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को सीबीएसई की ओर से लघु कथाओं के संग्रह के रूप में प्रकाशित किया जाएगा। सीबीएसई ने बीते साल रीडिंग मिशन की शुरुआत की थी। अब बोर्ड इस कार्यक्रम को विस्तार देते हुए सीबीएसई नवोदित लेखक कार्यक्रम शुरू कर रहा है। इसमें सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन, प्रथम बुक्स, स्टोरी वीवर और नेशनल बुक ट्रस्ट बोर्ड के साथ साझेदारी करेंगे। बोर्ड के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लर्न टू रीड से रीड टू लर्न के मार्ग पर ध्यान केंद्रित करती है।
कार्यक्रम दो चरणों में होगा आयोजित
पहले चरण में यह कार्यक्रम स्कूल स्तर पर 24 अगस्त से 16 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। यहां उन्हें हिंदी व अंग्रेजी में लघुकथा लिखनी होंगी। इनमें से पांचवीं से छठी, सातवीं से आठवीं, नौवीं से दसवीं कक्षा में से दो-दो सर्वश्रेष्ठ छात्रों की प्रविष्ट को अगले राउंड के लिए चयनित किया जाएगा।
दूसरा चरण 16 सितंबर से 30 सितंबर तक आयोजित होगा। यहां उन्हें तकनीकी प्लेटफॉर्म पर रीडिंग असाइनमेंट दिए जाएंगे। अगला चरण 30 सितंबर से दो नवंबर तक होगा। इसमें सीबीएसई पंजीकृत छात्रों के लिए लेखन कौशल विकसित करने के लिए वेबिनार आयोजित करेगा। इस चरण में भाग लेने वाले छात्रों को ऑनलाइन प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
दूसरे चरण में विशेषज्ञों के पैनल छात्रों की एंट्री का मूल्यांकन करेंगे। शॉर्ट लिस्ट एंट्री को अपनी रचना को अंतिम रूप देने के लिए संपादकीय सहयोग दिया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर चयनित लघु कथा को सीबीएसई की ओर से प्रकाशित किया जाएगा।