November 15, 2024

सऊदी अरब में फंसी महिला भारत लौटी, इंडियन एम्बेसी को कहा शुक्रिया

Alive News :  यहां की महिला हुमैरा बेगम सऊदी अरब से भारत लौट आई है। उसने अपने इम्प्लॉयर्स पर पीटने और टॉर्चर करने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत में रहने वाली उसकी दो बहनों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से हुमैरा को आजाद कराने की गुहार लगाई थी।

ढंग से खाना भी नहीं देते थे वहां
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक भारत लौटने पर हुमैरा ने बताया, “मैं वहां बहुत मुश्किल में थी। यहां तक कि मुझे ठीक से खाना भी नहीं दिया जाता था। मैं इंडियन एम्बेसी गई और अपनी आपबीती सुनाई। मदद करने के लिए उनका शुक्रिया ।”

बहनों ने कहा था- नहीं बचाया तो खुदकुशी कर लेगी
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हुमैरा 23 जुलाई को रियाद गई थी। तभी से उसे टॉर्चर किया जा रहा था। हुमैरा की छोटी बहनों रेशमा और मुस्कान ने यह जानकारी दी थी। पिछले महीने रेशमा ने फॉरेन मिनिस्टर सुषमा स्वराज से इस मामले में मदद की अपील की है। रेशमा ने कहा है, “सुषमा जी मेरी बहन को रियाद में बचाने और देश वापस लाने में मदद करें।” रेशमा ने यह भी बताया है कि उसने लोकल पुलिस स्टेशन से कॉन्टेक्ट किया था, लेकिन एजेंट के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। रेशमा के मुताबिक उसकी बहन ने कहा है कि अगर उसे नहीं बचाया गया तो वह आत्महत्या कर लेगी।

एजेंट ने किया था नौकरी दिलाने का वादा
रेशमा ने बताया कि सईद नाम के एक एजेंट ने उसकी बहन हुमैरा से कॉन्टेक्ट किया था और उसे रियाद में नौकरी दिलाने का झूठा वादा किया था। एजेंट ने कहा था कि हुमैरा को एक छोटे परिवार की देखरेख का काम करने के लिए हर महीने 25 हजार रुपए मिलेंगे।  “सईद ने हुमैरा को ‘उमरा’ का मौका दिलाने का भी वादा किया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद ही हुमैरा के इम्प्लॉयर ने उसे पीटना और टॉर्चर करना शुरू कर दिया। हुमेरा को पूरा खाना भी नहीं दिया जा रहा।”  “एक इम्प्लॉयर ने मेरी बहन को बुरे इरादे से खींचा भी, बहन चिल्लाई और कमरे से बाहर भागी। बाद में उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया, जहां वह 4-5 दिन से कैद है। भागने पर बहन को जान से मारने की धमकी भी दी है।”

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
सउदी में भारतीय महिलाओं को टॉर्चर किए जाने का ये कोई मामला नहीं है। इससे पहले, जून में हैदराबाद की जबीना बेगम का मामला सामने आया था। उसे वहां के एक डॉक्टर कपल ने घर में कैद कर लिया था। उसके साथ मारपीट कर जबरन काम कराया जा रहा था। तब जबीना के भाई मो. हमीद खान ने सुषमा से मदद की गुहार लगाई थी। इसी तरह मई में हसीना बेगम का केस सामने आया था। वह सऊदी अरब के दम्मम में घरों में नौकरानी का काम करती थीं, वहां उन पर ज्यादती की जा रही थी। सुषमा और तेलंगाना मिनिस्टर केटी रामा राव की मदद से हसीना सुरक्षित अपने घर पहुंचीं थीं। सुषमा की कोशिशों के बाद ही जालंधर की रहने वाली सुखवंत कौर 31 मई को घर लौटी थीं। टूरिस्ट ऑपरेटर ने कौर को दुबई में बेच दिया था।