April 25, 2024

महिला आयोग अध्यक्ष बोलीं-जब मुझे ही भटकना पड़ा, तो पीडि़ता के साथ क्या किया होगा

Ambala/Alive News : गांव बरनाला की पंचायत द्वारा युवक व महिला को अपमानित करने का मामला लापरवाह कर्मचारियों के लिए गले की फांस बनता दिख रहा है। मंगलवार को मामले की निष्पक्ष जांच करने अम्बाला पहुंची प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष कमलेश पांचाल ने कहा कि जब उन्हें अम्बाला पुलिस व प्रशासन से सहयोग नहीं मिला तो पीडि़ता के साथ इंसाफ का मामला दूर की बात है। उन्हें खुद सही लोकेशन तलाशने के लिए करीब एक घंटा अम्बाला की सडक़ों पर भटकना पड़ा।

डीसीपी, डीसी सहित सिक्योरिटी अफसर ने सही गाइड नहीं किया। और तो और केस से जुड़ी फाइल भी उनके समक्ष पेश नहीं की गई। यह हालात उस स्थिति में हुए, जब वह अम्बाला दौरे की सूचना पहले से अधिकारियों तक पहुंचा चुकी थी। इन सभी हालातों को उन्होंने देख लिया है, जिसे कागजी कार्रवाई के दौरान रिकॉर्ड में दर्ज भी किया जाएगा। अध्यक्ष के मुताबिक 10 से 15 दिनों के बीच जांच रिपोर्ट को डीजीपी हरियाणा के समक्ष पेश किया जाएगा। महिला को भी उचित न्याय दिलाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। कुछ दिन पहले बरनाला की पंचायत ने एक युवक व महिला को जूतियों का हार पहनाकर अपमानित किया था। आरोप था कि इन दोनों के बीच संबंध हैं जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा है। यही नहीं, बाद में दोनों के अपमानित होने का वीडियो भी यू ट्यूब पर वायरल कर दिया।

मामले में अब तक बरनाला के सरपंच को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया और अभी तक महिला की शिकायत पर मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ ? इन्हीं सवालों से जुड़े जवाब तलाशने के लिए मंगलवार को प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष कमलेश पांचाल अम्बाला पहुंची। सूचना पहले ही अधिकारियों को मुहैया करवा दी थी, मगर उन्हें पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से सहयोग नहीं मिला। अध्यक्ष का कहना था कि यहां न तो डीसीपी हैं और न ही डीसी हैं। सिक्योरिटी अफसर ने भी उन्हें सही गाइड नहीं किया, उन्हें डीसीपी ऑफिस तक पहुंचने में करीब एक घंटा लग गया।

जब उनके खुद के साथ ऐसा हुआ तो महिला को क्या इंसाफ मिलेगा। हालांकि उन्होंने महिला के पुलिस जांच से संतुष्ट होने की बात कही मगर वह पुलिस की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट थीं, जिसे लेकर जांच रिपोर्ट भी तैयार करने का निर्णय लिया है। मामले में जल्द रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।

तमाशा देखने वाले पुलिस कर्मियों पर भी होगा एक्शन
उस दिन जो पुलिसकर्मी मौके पर खड़े रहकर तमाशा देख रहे थे और पंचायत को यह सब करने से नहीं रोक रहे थे। उनकी मामले में लापरवाही साफ तौर पर उजागर होती है। वह कौन पुलिसकर्मी थे, इसे लेकर रिकॉर्ड तलब किया जाएगा और लापरवाही पर एक्शन भी लिया जाएगा। इसके अलावा अगर सरपंच पर मामला दर्ज हुआ है तो उन्हें भी हर हाल में गिरफ्तार होना पड़ेगा, क्योंकि कानून सबके लिए एक है। उन्होंने हर तरह से मामले में महिला को इंसाफ दिलाने की मांग की। महिला व युवक से जुड़े तमाम वीडियो सोशल साइट पर डालने वाले लोगों पर भी कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। अध्यक्ष ने यहां एसीपी हितेष यादव और एसीपी पंखुड़ी से बातचीत की। साथ ही प्रभावित युवक व महिला के बयान भी दर्ज किए।

हकों से महरूम दिखीं अध्यक्ष
भले ही महिला आयोग की अध्यक्ष कमलेश पांचाल बरनाला में अपमानित होने वाली महिला के हकों की लड़ाई लडऩे अम्बाला पहुंच गईं, लेकिन वह खुद अपने हकों से महरूम नजर आईं। उन्हें सरकार के प्रति भी निराशा थी, क्योंकि पिछले 14 माह से उन्हें वेतन नहीं दिया गया। आयोग से जुड़ी सुविधाओं पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा जिस कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है। हालांकि हक की लड़ाई लड़ते-लड़ते वह सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं। कोर्ट ने दो सप्ताह के भीतर सैलरी देने का आदेश सरकार को दिया है।

– युवक व महिला के साथ बहुत बुरा हुआ है। सरपंच की गिरफ्तारी हर हाल में करनी होगी। उन लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा, जिन्होंने दोनों को अपमानित किया है। जो पुलिसकर्मी तमाशा देख रहे थे, उनके खिलाफ भी संज्ञान लिया जाएगा। किसी को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। – कमलेश पांचाल, अध्यक्ष, महिला आयोग हरियाणा।