M.P/Alive News : मध्य प्रदेश में ज्यादती के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। शनिवार को एक और घिनौनी तस्वीर सामने आई है। 10 साल की एक मासूम के साथ 15 साल के एक लड़के ने पहले ज्यादती की, फिर उसे तीन बार चाकू मारा। परिवार के लोग बच्ची को लेकर मेडिकल काॅलेज अस्पताल पहुंचे तो वहां भी अमानवीयता देखने को मिली।
डॉक्टरों ने उन्हें 9 किमी दूर एल्गिन अस्पताल भेज दिया। यहां भी असंवेदनशीलता का नजारा दिखा और डॉक्टरों ने बच्ची को विक्टोरिया हॉस्पिटल ले जाने को कह दिया। इसी बीच एसपी शशिकांत शुक्ला पहुंचे। उन्होंने बच्ची को एडमिट कराने को कहा। इसके बाद भी डॉक्टरों ने बच्ची को फिर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां सीएम हेल्पलाइन के दखल से 4 घंटे बाद इलाज शुरू हो सका। पुलिस ने आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर उसके पास से चाकू भी जब्त कर लिया है।
खेलने गई थी और पड़ोसी ने बनाया शिकार
– पुलिस के मुताबिक, शनिवार को बिनैकी गांव में रहने वाली 10 साल की रश्मि (बदला हुआ नाम) अपने पड़ोस में रहने वाले 15 साल के राजेश (बदला हुआ नाम) के घर खेलने गई थी। उनके साथ गांव के कई बच्चे खेल रहे थे।
– कुछ देर खेलने के बाद सभी बच्चे अपने घर चले गए। इसके बाद अारोपी बच्ची को अपने साथ घर के अंदर ले गया। जहां उसने बच्ची के साथ जबरदस्ती की।
– जब बच्ची ने विरोध किया तो आरोपी ने उसके पेट, सिर और जांघ में चाकू मारकर जख्मी कर दिया। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे वारदात में इस्तेमाल चाकू भी जब्त कर लिया गया है।
ऐसे एक से दूसरे अस्पतालइलाज के लिए भटकती रही मासूम
– पीड़िता बच्ची को परिजन शाम 4.15 बजे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। कैजुअल्टी में मौजूद डॉ. अहिरवार ने इलाज के लिए पर्ची काट दी। जब डॉक्टर को पता चला कि बच्ची के साथ रेप हुआ है, उन्होंने बिना इलाज किए उसे एल्गिन अस्पताल भेज दिया।
– शाम 5 बजे पीड़िता को लेकर परिजन एल्गिन पहुंचे। जहां डॉ. अर्चना ग्रोवर ने कहा कि बच्ची को जिला अस्पताल विक्टोरिया ले जाओ। यहां इलाज नहीं होगा। परिजन ने सीएम हेल्पलाइन पर मामले की शिकायत भी कर दी।
एसपी-सीएसपी की नहीं सुनी
– इस बीच मामले की खबर मिलने पर एसपी शशिकांत शुक्ला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने डॉक्टर को जानकारी दी कि बच्ची के साथ रेप हुआ है और उसे तीन चाकू के भी जख्म हैं। मामला संवेदनशील है। एल्गिन में इलाज किया जाए, लेकिन डॉक्टर ने बात नहीं सुनी।
– इसके बाद एसपी ने कलेक्टर कलेक्टर महेशचन्द्र चौधरी से भी बात की। सीएम हेल्पलाइन और कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद रात 8.15 बजे पीड़िता को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया जा सका।