Faridabad/ Alive News : एक पेरेन्टस का दर्द आप क्या जानो विधायक बाबू, आपके बच्चों से थोड़े ही कुछ कहते हैं ये स्कूल वाले। आप तो मुख्यातिथि बनकर जाते हैं इन स्कूलों में, आप फिर क्यों मदद करेंगे अभिभावकों की। ऐसे ही वेदना पूर्ण वाक्यों के साथ अभिभावकों एकता मंच ने जागो अभिभावक जागो, नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया।
सैक्टर-15 मार्केट में किये गये इस नुक्कड़ नाटक में डीएवी, एमवीएन, मानव रचना, मार्डन, एपीजे के अभिभावक नरेन्द्र मुन्जाल, श्वेता, संजीव, गिरीश, अनिल, धर्मसिंह, शिवकुमार, देवेन्द्र, शिल्पी, छात्र अचित, अचमिन, वेदांत, श्रद्धा आदि ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से निजी स्कूलों की लूटखसोट व मनमानी व उन्हें जन प्रतिनिधियों द्वारा दिये जा रहे खुले संरक्षण का सजीव चित्रण किया। नाटक में दर्शाया गया कि किस प्रकार गैर कानूनी फंडों में पैसा जमा न कराने पर एक छात्र के अभिभावक को बुलाकर प्रिसींपल किस प्रकार प्रताडि़त करता है और पूरी फीस जमा न कराने पर बच्चे को स्कूल से निकाने की धमकी देता है।
नाटक में बच्चों के मासुम कंधों पर बस्ते का बोझ, दाखिले में बच्चों व उनके माता पिता का इंटरव्यू तथा गरीब बच्चों को दाखिला न देने व पूरी तरह से शिक्षा के व्यवसायीकरण व नेता व अधिकारियों की निजी स्कूलों से सांठ-गांठ आदि को दर्शाया गया। इस अवसर पर मंच के प्रदेशाध्यक्ष ओपी शर्मा, प्रदेष महासचिव कैलाश शर्मा, रैली मुख्य प्रबंधक आईडी शर्मा, एडवोकेट पंकज पाराशर व अन्य पदाधिकारी नरेश तौमर, देवेन्द्र अदलख्खा, के एस तौमर व सैक्टर 15 मार्केट के प्रधान मनोहर पुनियानी मौजूद रहे।