Chandigarh/Alive News : लग्जरी गाड़ी में घूमने वाले और एयर कंडीशन में सोने वाले हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उनके साथी आशीष कुमार की हवालात में पहली रात काफी मुश्किलों भरी गुजरी। दोनों के चेहरे पर अपने किए का पछतावा था और जेल जाने का डर भी साफ दिख रही थी।
देर रात तक नहीं आई नींद
पुलिस द्वारा सेक्टर-26 के बरसाती ढाबे से लाकर दोनों को खाना दिया गया। दोनों ने दाल-रोटी और गोभी की सब्जी खाई। उनको पीने के लिए दो बोतल पानी दिया गया। दोनों किसी से बात भी नहीं कर रहे थे। देर रात तक दोनों हवालात में करवटें बदलते रहे और नींद नहीं आई। पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम विकास बराला और आशीष कुमार का मेडिकल करवाने के बाद फिर से सेक्टर-26 पुलिस स्टेशन में लाया गया। उनसे कुछ देर अधिकारियों ने बातचीत की और फिर दोनों को थाने के ग्राउंड फ्लोर पर बने हवालात में बंद कर दिया।
एक ही लॉकअप में रखे गए दोनों
विकास और आशीष दोनों को एक ही लॉकअप में रखा गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि काफी देर तक दोनों ने एक-दूसरे से भी बातचीत नहीं की, लेकिन बाद में दाेनों बात करते देखे गए।
सोने के लिए दिया गया एक-एक कंबल
बिना पंखे की हवालात में आरोपी विकास और आशीष को सोने के लिए एक-एक कंबल दिया गया। काफी देर तक दोनों सोच में दिखे। जानकारी अनुसार विकास और आशीष से मिलने के लिए कोई भी रिश्तेदार भी नहीं आया।
आरोपी बोले : जूते बदलवाने के बाद पी थी बीयर
विकास और आशीष से बुधवार दोपहर के बाद अलग-अलग सब इंस्पेक्टर स्तर के अफसर ने पूछताछ की। इस दौरान विकास घबराया हुआ दिखा। वह इस दौरान बार-बार पानी पी रहा था। पूछताछ में आशीष ने बताया कि घटना के दिन एलांते माल में जूते बदलवाने गए थे। वहां से वे सेक्टर-9 पहुंचे और वहां बीयर पी। दूसरी तरफ विकास ने बताया कि वह शराब नहीं पीता।
दोनों आरोपियों का सेक्टर-16 में करवाया मेडिकल
विकास बराला व आशीष कुमार का चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद सेक्टर-16 अस्पताल में मेडिकल करवाया। मेडिकल बुधवार शाम 6.30 बजे के करीब हुआ है। बताया जा रहा है कि पुलिस दोनों आरोपियों को अलग-अलग गाड़ी में लेकर गई। आरोपी विकास बराला को डीएसपी सतीश कुमार और एसएचओ जसपाल सिंह भुल्लर अपनी गाड़ी में साथ लेकर गए।
आशीष कुमार को अन्य पुलिस कर्मी गाड़ी में मेडिकल करवाने लेकर गए। दोनों आरोपियों को पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस इनका रिमांड लेने का प्रयास करेगी ताकि पूरी घटना का सही रूप से आरोपियों से पता लगाया जा सके।
बराला ने कई बार की थी पीडि़ता के पिता को कॉल
बराला ने पीडि़त लड़की के पिता आइएएस वीएस कुंडू को कई बार कई बार कॉल की थी लेकिन उन्होने कॉल पिक नहीं की। उनके मोबाइल में सुभाष बराला का मोबाइल नंबर सेव नहीं था लेकिन ट्रू कॉलर एप के जरिए उनको कॉल करने वाले का नाम पता चल गया। उनको पता लग गया कि सुभाष बराला उनको कॉल कर रहे हैं लेकिन वीएस कुंडू ने कॉल नही रिसीव की क्योंकि उनको पता था कि उनको बराला क्यों कॉल कर रहे हैं। खुद आइएएस इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि ऐसा हुआ था।
मां को नहीं पता उसका बेटा हो गया गिरफ्तार
विकास बराला के साथ दूसरा आरोपी आशीष कुमार ओला भिवानी का रहने वाला है। उसके पिता की तीन साल पहले मौत हो चुकी है। आशीष की मां मानसिक रोग से पीडि़त हैं। जिस कारण उसकी मां को नहीं पता कि उसका बेटा गिरफ्तार हो चुका है। उसे बताया गया है कि वह कहीं बाहर गया है। जल्द लौट आएगा।
पुलिस से पूछते रहे आरोपी : कितने साल हो सकती है सजा
किडनैपिंग की धारा बदलने को लेकर 2 घंटे 14 मिनट तक दोनों आरोपियों से लंबी पूछताछ चली। इस दौरान उनसे मामले को लेकर हर सवाल पूछा गया। पुलिस ने घटना की रात को जहां जहां वो गए, हर जगह के बारे में उन्होने विस्तार से जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान दोनों आरोपी परेशान दिखे और पुलिस कर्मियों से पूछते दिखे कि कितने साल की सजा हो सकती है या कितने दिन में बेल मिलेगी। वहीं पुलिस अधिकारी मामले को लेकर कुछ नहीं बोले।
सुभाष बराला बार-बार बेटे से फोन पर करते रहे बात
विकास जब पुलिस के समक्ष पेश होेने जा रहा था उनके पिता हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभाष बराला बार-बार उससे बातें करते देखे गए। बराला उस समय मीडिया से बातें कर रहे थे तो विकास का कई बार फोन आया। इसके बाद वह प्रेस कांफ्रेंस छोड़कर चले गए।